देवेंद्र फडणवीस (फाइल फोटो)
मुंबई:
नगर परिषद के पहले चरण के चुनावों में 147 शहरी स्थानीय निकायों के 39 निकाय प्रमुख पद पर जीत के साथ भाजपा अव्वल रही तो नोटबंदी जैसे मुद्दों को सामने रखकर अभियान चलाने वाली कांग्रेस और राकांपा के लिए झटका लगा है. राज्यभर से मिले रुझानों और नतीजों से कांग्रेस और राकांपा के गढ़ में भाजपा अपनी पैठ बनाती हुई दिखी है.
दोपहर तक प्राप्त रुझान के मुताबिक भाजपा 455 सीटों पर अपने उम्मीदवार की जीत के साथ आगे है, उसकी सहयोगी शिवसेना 187 सीटों, राकांपा 231 और कांग्रेस के खाते में 333 सीटें गईं. पिछले चुनावों में भाजपा को 298, शिवसेना को 264, काग्रेस को 771 और राकांपा को 916 सीटें मिली थी.
बीड जिले में पार्ली नगर परिषद में भाजपा की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे को उनके चचेरे भाई और राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने पीछे छोड़ दिया. विधानपरिषद में विपक्ष के नेता धनंजय के समर्थन वाले पैनल ने पार्ली में 33 सीटों में 27 सीटें जीत ली.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के 25 जिलों के 147 नगर परिषदों और 17 नगर पंचायतों के लिए रविवार को वोट डाले गए थे. नोटबंदी की घोषणा के बाद विपक्ष के विरोध-प्रदर्शनों के बीच इस चुनाव को राज्य की देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
इस संबंध में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कई ट्वीट कर कहा है कि ये रुझान बताते हैं कि जो पार्टियां नोटबंदी के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं, उनको इससे सबक लेना चाहिए.
राज्य में इन चुनावों को 'मिनी' विधानसभा चुनाव भी कहा जा रहा है. पहली बार नगर परिषदों के अध्यक्षों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जा रहा है. नगर परिषदों और नगर पंचायतों के 3,705 सीटों के लिए करीब 15,826 उम्मीदवार मैदान में थे. रविवार को हुए पहले चरण के मतदान में करीब 70 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
सांगली जिले में शिराला नगर पंचायत के लिए कोई नामांकन नहीं हुआ जबकि 28 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित किया गया.
दोपहर तक प्राप्त रुझान के मुताबिक भाजपा 455 सीटों पर अपने उम्मीदवार की जीत के साथ आगे है, उसकी सहयोगी शिवसेना 187 सीटों, राकांपा 231 और कांग्रेस के खाते में 333 सीटें गईं. पिछले चुनावों में भाजपा को 298, शिवसेना को 264, काग्रेस को 771 और राकांपा को 916 सीटें मिली थी.
बीड जिले में पार्ली नगर परिषद में भाजपा की महिला एवं बाल विकास मंत्री पंकजा मुंडे को उनके चचेरे भाई और राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने पीछे छोड़ दिया. विधानपरिषद में विपक्ष के नेता धनंजय के समर्थन वाले पैनल ने पार्ली में 33 सीटों में 27 सीटें जीत ली.
उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र के 25 जिलों के 147 नगर परिषदों और 17 नगर पंचायतों के लिए रविवार को वोट डाले गए थे. नोटबंदी की घोषणा के बाद विपक्ष के विरोध-प्रदर्शनों के बीच इस चुनाव को राज्य की देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में बीजेपी सरकार के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
इस संबंध में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कई ट्वीट कर कहा है कि ये रुझान बताते हैं कि जो पार्टियां नोटबंदी के खिलाफ अभियान चलाए हुए हैं, उनको इससे सबक लेना चाहिए.
Maharashtra result should be a wakeup call for opposition attempting to mislead people on #Demonetisation, a decision in national interest.
— Amit Shah (@AmitShah) November 28, 2016
राज्य में इन चुनावों को 'मिनी' विधानसभा चुनाव भी कहा जा रहा है. पहली बार नगर परिषदों के अध्यक्षों का चुनाव सीधे जनता द्वारा किया जा रहा है. नगर परिषदों और नगर पंचायतों के 3,705 सीटों के लिए करीब 15,826 उम्मीदवार मैदान में थे. रविवार को हुए पहले चरण के मतदान में करीब 70 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
सांगली जिले में शिराला नगर पंचायत के लिए कोई नामांकन नहीं हुआ जबकि 28 उम्मीदवारों को निर्विरोध निर्वाचित किया गया.
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