दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने साफ कर दिया है कि वह चुनाव और सरकार बनाने दोनों के पक्ष में है। दिल्ली प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने आज पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि भाजपा चुनाव के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी सरकार बनाने के लिए भी तैयार है। लेकिन, यह मामला दिल्ली के उपराज्यपाल को तय करना है।
गौरतलब है कि दिल्ली में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है, और अगर सूत्रों की मानें तो सरकार बनाने के लिए बीजेपी की कांग्रेस के छह विधायकों से अंदरखाना बातचीत भी हो चुकी है। दरअसल, बातचीत महीनेभर से चल रही थी, लेकिन अब मीडिया में ख़बरें आ जाने से आरोप-प्रत्यारोप और सियासी साजिशों का दौर भी शुरू हो गया है। एक बीजेपी विधायक का यह भी कहना है कि सब कुछ लगभग साफ हो चुका है, और अब तो बस आलाकमान से हरी झंडी मिलने का इंतज़ार है।
उधर, कांग्रेस के विधायक मोहम्मद आसिफ ने भी यह दावा कर सियासी हलकों में हलचल मचा दी थी कि आम आदमी पार्टी भी विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिये सरकार बनाने का प्रयास कर रही है और उन्हें 'आप' सरकार को समर्थन देने के बदले कैबिनेट मंत्री का दर्जा देने की पेशकश की गई थी।
वहीं, आम आदमी पार्टी बीजेपी पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगाती रही है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात का वक्त मांगा था, लेकिन उपराज्यपाल ने सोमवार के बाद मुलाकात को संभव बताया है।
इससे पूर्व, केजरीवाल ने ट्वीट किया था, अगर किसी पार्टी (बीजेपी) ने पहले ही सरकार के गठन से इनकार कर दिया हो, तो क्या उपराज्यपाल उसी विधानसभा में उस पार्टी को दोबारा बुला सकते हैं... क्या उपराज्यपाल को पहले समर्थन देने वाले विधायकों की सूची नहीं मांगनी चाहिए, वर्ना उपराज्यपाल एक पार्टी का साथ देते नजर नहीं आएंगे... ऐसे में जब किसी एक पार्टी को बहुमत नहीं है, ऐसी सूरत में उपराज्यपाल की ओर से सरकार बनाने का न्योता खरीद−फरोख्त को बढ़ावा देना नहीं है।
'आप' नेता मनीष सिसौदिया ने कहा था कि मौजूदा वक्त में दिल्ली विधानसभा को भंग करे नए सिरे से चुनाव कराने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं