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नई दिल्ली:
दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर आप पार्टी के विधायक मदन लाल ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि पार्टी तोड़ने और अरविंद केजरीवाल की सरकार गिराने के लिए भाजपा ने 20 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
मदन लाल का आरोप है कि उसके पास भाजपा नेता अरुण जेटली के करीबी लोग आए थे। लेकिन, अपने दावे को पुख्ता करने के लिए मदन लाल ने कोई सबूत पेश नहीं किया।
वहीं, आप पार्टी के इन आरोपों के बाद भाजपा नेता अरुण जेटली ने ट्वीट कर आरोपों का खंडन किया और कहा कि आप पार्टी आरंभ से झूठ पर राजनीति कर रही है।
कस्तूरबानगर से विधायक आप पार्टी के नेता मदन लाल ने कहा कि उन्हें सबसे पहले 7 दिसंबर को एक आदमी का फोन आया था। लाल का आरोप है कि फोन पर आदमी ने एक 'शक्तिशाली नेता' से मुलाकात करवाने की बात कही थी। बकौल लाल, जब उन्होंने उस नेता का नाम पूछा तब सामने वाले ने अरुण जेटली बताया था। इस पर लाल ने उस आदमी को डांटकर फोन को काट दिया। बता दें कि सात तारीख को चुनाव परिणाम की घोषणा नहीं हुई थी। ठीक एक दिन बाद चुनाव परिणाम आए थे।
मदन लाल का आरोप है कि दस दिन बाद फिर दो आदमी उनसे मिलने आए जिन्होंने खुद को नरेंद्र मोदी और अरुण जेटली का आदमी बताया और कहा कि नौ विधायक लेकर अगर आप अलग दल बनाते हैं तो सभी वह मुख्यमंत्री बन सकते हैं और भाजपा उन्हें सरकार बनाने में पूरी मदद करेगी। इतना ही नहीं, मदन लाल का दावा है कि उन दोनों ने सभी अलग होने वाले आप विधायकों को 20-20 करोड़ रुपये देने की भी पेशकश की थी।
आप नेता मदन लाल ने कहा कि पार्टी के अन्य विधायकों से भी इसी प्रकार के संपर्क किए गए थे।
पार्टी के अन्य नेता संजय सिंह ने सीधे आरोप लगाया कि भाजपा नेता अरुण जेटली आप पार्टी की सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।