इंदौर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद शंकर लालवानी ने मंगलवार को दावा किया कि संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में देश के अलग-अलग भागों में सामने आयी हिंसक घटनाओं में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों और प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के कार्यकर्ताओं की भूमिका है.
यह भी पढ़ें-CAA के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन पर आया गृह मंत्री अमित शाह का बयान- 'कुछ भी हो इस कानून को...'
इस कानून के समर्थन में यहां भाजपा के प्रदर्शन में हिस्सा लेने के बाद लालवानी ने कहा, "मुझे लगता है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय को जिस तरह के इनपुट मिल रहे हैं, उनके मुताबिक संशोधित नागरिकता कानून मामले में देश में सामने आयी हिंसक घटनाओं में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों और सिमी जैसे प्रतिबंधित संगठन के लोगों का हाथ है." उन्होंने कहा, "हमने देखा कि दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून को लेकर हुई हिंसा में कोई भी विद्यार्थी संलिप्त नहीं था. इन घटनाओं में वे लोग शामिल हैं जो अराजकता फैलाते हुए देश का माहौल खराब करना चाहते हैं. ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये."
उन्होंने कहा, "संशोधित नागरिकता कानून से देश के अल्पसंख्यक समुदाय के किसी भी वैध नागरिक का अहित नहीं होने वाला है. लेकिन कांग्रेस इस विषय में जान-बूझकर भ्रम फैला रही है और पाकिस्तान की भाषा बोल रही है." लालवानी की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के एक अधिकारी को ज्ञापन भी सौंपा. मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के नाम संबोधित ज्ञापन में मांग की गयी है कि संशोधित नागरिकता कानून को कांग्रेस शासित राज्य में जल्द लागू कराया जाये.
भाजपा नेता ने दावा किया कि अगर मध्य प्रदेश में संशोधित नागरिकता कानून लागू नहीं किया गया, तो दस हजार से ज्यादा हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता से वंचित होना पड़ सकता है. लालवानी ने कहा कि पाकिस्तान में कथित रूप से धार्मिक आधार पर जारी जुल्मो-सितम से परेशान होकर इन लोगों ने मध्य प्रदेश में शरण ले रखी है. उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा इंदौर में इस कानून के समर्थन में रविवार को आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
देखें वीडियोः देश जल रहा है और पीएम मोदी कपड़ों की बात कर रहे हैं: ममता बनर्जी
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं