नई दिल्ली:
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर हलचल तेज हो गई है. राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद का मामला भले ही अभी सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हो, मगर नेताओं के जुबान लगातार चल रहे हैं. दरअसल, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद द्वारा 25 नवंबर को धर्म सभा के आयोजन से पहले भाजपा विधायक सुरेन्द्र सिंह ने गुरुवार को कहा कि जरूरत पड़ने पर उस दिन संविधान ताक पर रखकर 1992 का इतिहास दोहराया जाएगा.
बीजेपी MLA बोले, हमारे पास मोदी जैसा पीएम और योगी जैसा सीएम, फिर भी भगवान राम टेंट में
अपने विवादास्पद बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाले बैरिया क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा, ''25 नवंबर 2018 को अयोध्या में जरूरत पड़ी तो 1992 का इतिहास दोहराया जाएगा. जिस तरह 1992 में संविधान को ताक पर रखकर बाबरी मस्जिद ढहायी गयी थी, आवश्यकता पड़ी तो संविधान को ताक पर रखकर राम मंदिर बनाया जाएगा.''
अखिलेश यादव के 'रामभक्त' सांसद सुरेंद्र सिंह बोले- अगले 3-6 महीने में हम राम मंदिर बनते हुए देख पाएंगे
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री व योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री रहते यदि राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो कभी भी राम मंदिर का निर्माण नहीं हो पायेगा. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार में ही राम मंदिर का निर्माण होगा. बता दें कि इससे पहले भी बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह कई विवादित बयान दे चुके हैं.
माओवादियों पर छापों के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नंबर भी मिला: BJP प्रवक्ता संबित पात्रा
बता दें कि इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या आने से एक दिन पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शुक्रवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा कि वह राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश में लाने में देरी क्यों कर रही है. राउत ने कहा कि ‘बाबरी मस्जिद 17 मिनट में गिरा दी गई थी....जो जरूरी था वह राम भक्तों ने आधे घंटे में कर दिया था....सालों से धब्बा रही चीज गिरा दी गई.' शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘दस्तावेज तैयार करने...अध्यादेश लाने में कितना वक्त लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है. राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे.'
VIDEO: साक्षी महाराज फिर फंसे विवादों में, नाइट क्लब का किया उद्घाटन
बीजेपी MLA बोले, हमारे पास मोदी जैसा पीएम और योगी जैसा सीएम, फिर भी भगवान राम टेंट में
अपने विवादास्पद बयानों को लेकर अकसर चर्चा में रहने वाले बैरिया क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा, ''25 नवंबर 2018 को अयोध्या में जरूरत पड़ी तो 1992 का इतिहास दोहराया जाएगा. जिस तरह 1992 में संविधान को ताक पर रखकर बाबरी मस्जिद ढहायी गयी थी, आवश्यकता पड़ी तो संविधान को ताक पर रखकर राम मंदिर बनाया जाएगा.''
अखिलेश यादव के 'रामभक्त' सांसद सुरेंद्र सिंह बोले- अगले 3-6 महीने में हम राम मंदिर बनते हुए देख पाएंगे
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री व योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री रहते यदि राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो कभी भी राम मंदिर का निर्माण नहीं हो पायेगा. उन्होंने दावा किया कि मोदी सरकार में ही राम मंदिर का निर्माण होगा. बता दें कि इससे पहले भी बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह कई विवादित बयान दे चुके हैं.
माओवादियों पर छापों के दौरान कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह का नंबर भी मिला: BJP प्रवक्ता संबित पात्रा
बता दें कि इससे पहले शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के अयोध्या आने से एक दिन पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शुक्रवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा कि वह राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश में लाने में देरी क्यों कर रही है. राउत ने कहा कि ‘बाबरी मस्जिद 17 मिनट में गिरा दी गई थी....जो जरूरी था वह राम भक्तों ने आधे घंटे में कर दिया था....सालों से धब्बा रही चीज गिरा दी गई.' शिवसेना नेता ने कहा, ‘‘दस्तावेज तैयार करने...अध्यादेश लाने में कितना वक्त लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है. राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे.'
VIDEO: साक्षी महाराज फिर फंसे विवादों में, नाइट क्लब का किया उद्घाटन
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं