नई दिल्ली:
हैदराबाद में नरेंद्र मोदी की रैली में शामिल होने के लिए पांच रुपये फीस की बात पर चुटकी लेते हुए कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने इसे मार्केटिंग कौशल करार दिया है।
दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा, भाजपा और आरएसएस मार्केटिंग में दक्ष हैं। वे मोदी को उत्पाद के रूप में बेच रहे हैं... पांच रुपये प्रति व्यक्ति की दर पर। अश्चर्यजनक, उनके मार्केटिंक कौशल की दाद देनी चाहिए।
भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई हैदराबाद में 11 अगस्त की उस रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों से प्रति व्यक्ति पांच रुपये पंजीकरण फीस ले रही है, जिसे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। इस घोषणा के बाद कांग्रेस लगातार भाजपा को निशाना बना रही है और उस पर लोकतंत्र के मौद्रीकरण का आरोप लगा रही है।
इस विषय पर टीवी चैनलों के अलावा कांग्रेस नेताओं ने ट्विटर के माध्यम से भी भाजपा को निशाना बनाया है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने ट्विटर पर लिखा था, बाबा प्रवचन का टिकट 100 से 1,00,000 रुपये। फ्लॉप होने पर भी सिनेमा का टिकट 200 से 500 रुपये। मुख्यमंत्री को सुनने का टिकट 5 रुपये। बाजार ने सही कीमत लगाई।
कांग्रेस के एक अन्य नेता शकील अहमद ने ट्वीट किया था, क्या मोदी पुणे कॉलेज के छात्रों एवं युवाओं को यह बताकर मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहे थे कि चीन शिक्षा पर जीडीपी का 20 प्रतिशत खर्च करता है? सही आंकड़ा 4 प्रतिशत है।
दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा, भाजपा और आरएसएस मार्केटिंग में दक्ष हैं। वे मोदी को उत्पाद के रूप में बेच रहे हैं... पांच रुपये प्रति व्यक्ति की दर पर। अश्चर्यजनक, उनके मार्केटिंक कौशल की दाद देनी चाहिए।
भाजपा की आंध्र प्रदेश इकाई हैदराबाद में 11 अगस्त की उस रैली में हिस्सा लेने वाले लोगों से प्रति व्यक्ति पांच रुपये पंजीकरण फीस ले रही है, जिसे गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे। इस घोषणा के बाद कांग्रेस लगातार भाजपा को निशाना बना रही है और उस पर लोकतंत्र के मौद्रीकरण का आरोप लगा रही है।
इस विषय पर टीवी चैनलों के अलावा कांग्रेस नेताओं ने ट्विटर के माध्यम से भी भाजपा को निशाना बनाया है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी ने ट्विटर पर लिखा था, बाबा प्रवचन का टिकट 100 से 1,00,000 रुपये। फ्लॉप होने पर भी सिनेमा का टिकट 200 से 500 रुपये। मुख्यमंत्री को सुनने का टिकट 5 रुपये। बाजार ने सही कीमत लगाई।
कांग्रेस के एक अन्य नेता शकील अहमद ने ट्वीट किया था, क्या मोदी पुणे कॉलेज के छात्रों एवं युवाओं को यह बताकर मूर्ख बनाने का प्रयास कर रहे थे कि चीन शिक्षा पर जीडीपी का 20 प्रतिशत खर्च करता है? सही आंकड़ा 4 प्रतिशत है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं