विज्ञापन
This Article is From Sep 09, 2019

उज्ज्वला योजना की आठ करोड़वीं लाभार्थी नया गैस कनेक्शन मिलने पर पकाएगी बिरयानी

अजंता गांव में पांच बच्चों की मां इस दिहाड़ी मजदूर के लिए खाना पकाने के लिए आसपास की जगहों से सूखी लकड़ियां जुटाना अब बीते दिनों की बात हो गई है.

उज्ज्वला योजना की आठ करोड़वीं लाभार्थी नया गैस कनेक्शन मिलने पर पकाएगी बिरयानी
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:

घरेलू गैस से खाना पकाना भले की कई लोगों के लिए बड़ी बात नहीं हो लेकिन महाराष्ट्र में उज्ज्वला योजना की आठ करोड़वीं लाभार्थी आयशा शेख के लिए नया गैस कनेक्शन मिलना किसी जश्न से कम नहीं है और ऐसे में उसके लिए 'बिरयानी' से कम क्या विकल्प हो सकता है. अजंता गांव में पांच बच्चों की मां इस दिहाड़ी मजदूर के लिए खाना पकाने के लिए आसपास की जगहों से सूखी लकड़ियां जुटाना अब बीते दिनों की बात हो गई है. मराठवाड़ा क्षेत्र के औरंगाबाद जिले की आयशा और रफीक शेख महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की आठ करोड़वीं लाभार्थी बनी हैं. 

DRDO के पूर्व वैज्ञानिक ने किया दावा, भारत अगले 10 बरसों में चंद्रमा पर अपना बेस स्थापित करेगा

योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों की महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन मिलता है. शनिवार को शेख को औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्ज्वला योजना प्रमाणपत्र सौंपा. मोदी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की बैठक 'महिला सक्षम मेलवा' को संबोधित करने और 10000 एकड़ क्षेत्र में फैले औरंगाबाद औद्योगिक शहर उद्घाटन करने के लिए शहर में थे. यह देश का पहला हरित औद्योगिक स्मार्ट सिटी है. प्रमाणपत्र मिलने के बाद आयशा ने कहा, 'सिलेंडर और स्टोव मिलने के बाद पहली बात, मैं जो करूंगी वह है, बिरयानी पकाऊंगी. मैं खुश हूं क्योंकि इस नये कनेक्शन से मेरी मेहनत बच जाएगी.' उसने कहा कि वह खाना पकाने के लिए लकड़ियों पर निर्भर थी जो बहुत मेहनत वाला रोजमर्रा का काम है और उसमें बहुत वक्त लग जाता है. 

तेलंगाना में KCR ने किया कैबिनेट विस्तार, मुख्यमंत्री के बेटे-भतीजे सहित छह नए मंत्री मंत्रिमंडल में शामिल

आयशा ने कहा, 'मुझे आसपास की जगहों से सूखी लकड़ियां लानी होती थीं जो बड़ा श्रमसाध्य था. अब मुझे राहत होगी क्योंकि मैं कम वक्त में खाना बना सकती हूं.' शनिवार को सरकार ने निर्धारित समय-सीमा से करीब सात महीने पहले आठ करोड़ गरीबों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने के लक्ष्य को हासिल कर लिया. यह योजना एक मई, 2016 को शुरू की गई थी. पहले मार्च, 2019 तक पांच करोड़ देने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे बढ़ाकर 2020 तक आठ करोड़ कर दिया गया. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com