पटना:
बिहार के कई प्रमुख नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से इनके जलस्तर में बढ़ोतरी से कई गांवों में बाढ का पानी घुस गया है तथा बीते 24 घंटे में दो लोगों को जान गंवानी पड़ी तथा एक लापता है। केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि गंगा नदी का जलस्तर पटना के गांधीघाट, हाथीदह, भागलपुर, कहलगांव में खतरे के निशान से ऊपर था। सोन नदी पटना के मनेर तथा रोहतास में, गंडक नदी मुजफ्फरपुर के रेवाघाट में तथा बूढ़ी गंडक नदी समस्तीपुर तथा खगड़िया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी। इसी प्रकार कोसी तथा महानंदा नदियां भी सुपौल, कटिहार, खगड़िया तथा पूर्णियां में उफान पर थी। भागलपुर से प्राप्त खबर के अनुसार नवगछिया, कहलगांव, सदर तथा पीरपैंती प्रखंडों में दर्जनों गांव में पानी घुस गया तथा खेत जलमग्न हो गए, जिसके कारण हजारों की संख्या में लोगों को पलायन करना पड़ा है। वहीं भोजपुर जिले में बीते 24 घंटे में बाढ़ के पानी के कारण डूबने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक लापता हो गया। वहां गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण सड़क मार्ग सहित गांवों में पानी घुस गया है। प्रभारी जिलाधिकारी अमर चटर्जी ने दो की मौत और एक के लापता होने की पुष्टि करते हुए कहा कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नदी किनारे बसे कई गांवों में पानी घुस गया है। बीते एक हफ्ते में विभिन्न स्थानों पर डूबने के कारण सात लोगों की जान गई है।
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