दिल्ली में जहां बॉर्डर पर हजारों किसान विरोध-प्रदर्शन (Farmers Protest) कर रहे हैं और नए कृषि कानूनों (Farm Laws) को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, वहीं बिहार (Bihar) के कुछ जिलों में किसान पैदावार की उचित कीमत नहीं मिलने पर फसल पर ट्रैक्टर चला रहे हैं. समस्तीपुर के बाद अब मुज़फ़्फ़रपुर जिले में भी कई किसानों ने गोभी की तैयार फसल पर ट्रैक्टर चला खेतों में ही जमींदोज कर दिया.
मुज़फ्फरपुर के बोचहा के सरफुद्दीनपुर में भी दो किसानों ने गोभी का उचित मूल्य नहीं मिलने से निराश होकर करीब 10 बीघे में लगी फसल को खेत में ही ट्रैक्टर चलाकर नष्ट कर दिया. इसी गांव की महिला किसान शैल देवी ने भी करीब 1.50 लाख रुपये का कर्ज लेकर करीब दो बीघा में फूलगोभी की खेती थी लेकिन लागत नहीं निकलने से परेशान शैल देवी ने भी ट्रैक्टर चलवाकर अपनी फसल नष्ट करा कर गेंहूं बो दिया.
किसानों का आरोप है कि गोभी का दाम एक से दो रुपये प्रति किलो मिल रहा है, जबकि बाजार में उसे 10 से 15 गुना कीमत पर बेचा जा रहा है. इसी से आहत होकर खेतो में ट्रैक्टर चलवा रहे हैं.
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समस्तीपुर में भी एक किसान ने गोभी फसल का उचित दाम नहीं मिलने पर खेत में ट्रैक्टर चला दिया था. जब इसकी खबर मीडिया में आई तो केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद मदद को आगे आए और दिल्ली की एक कंपनी ने 10 गुना कीमत पर सभी गोभी खरीद ली. इससे वहां के बाकी किसानों को फायदा हो गया. उन किसानों को गोभी का भाव एक रुपये मिल रहा था लेकिन बाद में उन्हें 10 रुपये का भाव मिला.
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