बिहार चुनाव: संजय राउत बोले, 'तेजस्‍वी यादव भले ही CM नहीं बन पाए लेकिन मैन ऑफ द मैच बनकर उभरे'

बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में, NDA ने 125 सीटें जीती हैं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. राज्य विधानसभा में साधारण बहुमत के लिये 122 सीटों की आवश्यकता है.

बिहार चुनाव: संजय राउत बोले, 'तेजस्‍वी यादव भले ही CM नहीं बन पाए लेकिन मैन ऑफ द मैच बनकर उभरे'

तेजस्‍वी यादव की अगुवाई में महागठबंधन ने एनडीए को कांटे की टक्‍कर दी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • कहा, 2024 के लोकसभा चुनाव में तेजस्‍वी की होगी अहम भूमिका
  • बिहार में अगली NDA सरकार की स्थिरता को लेकर जताया संदेह
  • तेजस्‍वी की अगुवाई में महागठबंधन ने बिहार में जीती हैं 110 सीटें
मुंंबई:

Bihar Elections Result 2020: शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बुधवार को राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Elections 2020) में "मैन ऑफ द मैच" बनकर उभरे हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में "महत्त्वपूर्ण भूमिका" निभाएंगे.पत्रकारों से बात करते हुए राउत ने बिहार में अगली NDA सरकार की स्थिरता पर संदेह व्यक्त किया.गौरतलब है ‍कि बिहार की 243 सदस्यीय विधानसभा में, NDA ने 125 सीटें जीती हैं, जबकि विपक्षी महागठबंधन को 110 सीटें मिली हैं. राज्य विधानसभा में साधारण बहुमत के लिये 122 सीटों की आवश्यकता है. राउत ने कहा, ‘‘बहुमत बहुत मामूली है और कुछ भी हो सकता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी- JDU तीसरे स्थान पर रही और अगर कोई जीत का जश्न मना रहा है तो यह एक मजाक है. भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसके लिए उसे काफी रणनीति बनानी पड़ी.''

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राउत ने कहा, "चिराग पासवान की लोजपा ने जद (यू) के 20 उम्मीदवारों की हार सुनिश्चित की और पासवान अभी भी NDA में हैं. यह एक गंभीर मुद्दा है."उन्होंने कहा, "कोई भी नई सरकार की स्थिरता की गारंटी नहीं दे सकता है... मैंने सुना है कि भाजपा नीतीश कुमार के कद को कम करना चाहती थी, इसलिए उसने चिराग पासवान को उनके खिलाफ खड़ा किया.'' राउत ने कहा कि भले ही तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री नहीं बन पाए, लेकिन वह ‘मैन ऑफ द मैच' बनकर उभरे हैं.
उन्होंने कहा, "बिहार विधानसभा चुनाव ने तेजस्वी जैसा एक बड़ा चेहरा दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित भाजपा नेताओं को तेजस्वी को मुकाबले को कड़ा बनाने के लिए बधाई देनी चाहिए. अगले लोकसभा चुनाव में तेजस्वी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी."

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उन्‍होंनेे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के अलावा देवेन्द्र फडणवीस को भी बिहार में भाजपा की सफलता का श्रेय दिया जाना चाहिए क्योंकि वह पार्टी के चुनाव प्रभारी थे.उन्होंने कहा, "अगर भाजपा नीतीश को राज्य का मुख्यमंत्री बनाए रखने के वादे को बरकरार रखती है, तो उन्हें इसका श्रेय शिवसेना को देना चाहिए. महाराष्ट्र में सभी ने देखा है कि जब वादा-खिलाफी की जाती है, तो क्या होता है."गौरतलब है कि भाजपा और शिवसेना 2019 का राज्य विधानसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ी थी. हालांकि, मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर उनका गठबंधन टूट गया. शिवसेना ने तब सरकार बनाने के लिए राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिला लिया.इस बीच, महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने भी राजद के बिहार में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद तेजस्वी यादव की प्रशंसा की.सत्तारूढ़ राकांपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख पाटिल ने कहा कि यादव की लड़ाई "प्रशंसनीय" है और उन्होंने चुनाव में जद(यू)-भाजपा के पसीने छुड़ा दिए.पाटिल ने ट्वीट किया, ‘‘हालांकि, बिहार चुनाव का परिणाम अलग है (राजद के पक्ष में नहीं), लेकिन तेजस्वी यादव द्वारा लड़ी गई लड़ाई प्रशंसनीय है. सत्तारूढ़ दलों को अंतिम क्षण तक पसीना बहाना पड़ा और इसमें उनकी जीत है. युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए. बधाई! बहुत अच्छे तेजस्वी यादव.''



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)