बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को पश्चिम चंपारण जिले के वन क्षेत्र वाल्मीकि नगर में कैबिनेट की बैठक की. भारत-नेपाल सीमा के पास स्थित वाल्मीकि नगर अपने बाघ अभयारण्य के लिए जाना जाता है जो लगभग 880 वर्ग किमी में फैला हुआ है. बिहार राज्य मंत्रिपरिषद की इस बैठक के लिए वन विभाग के एक हॉल को सभागार में तब्दील कर दिया गया तथा परिसर में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस प्रतीक्षालय की भी व्यवस्था की गई थी.
नीतीश की अध्यक्षता में संपन्न कैबिनेट की बैठक दोपहर 1.30 बजे शुरू हुई और इस दौरान 13 एजेंडों को मंजूरी प्रदान की गई. कैबिनेट बैठक से पहले मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में नाव सफारी का भी आनंद लिया.
पश्चिम चंपारण के जिला मुख्यालय बेतिया की रहने वाली उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गर्मजोशी से स्वागत किया. वाल्मीकि नगर में राज्य सरकार के अतिथि गृह में नीतीश के लिए रात भर ठहरने की व्यवस्था की गई थी.
यह पहली बार नहीं है कि नीतीश ने राज्य की राजधानी से दूर कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता की है. नीतीश अपने 16 साल के कार्यकाल में कई बार पटना के बाहर कैबिनेट बैठक कर चुके हैं. 2005 में बिहार में सत्ता में आए नीतीश ने 2009 में विकास यात्रा के दौरान बेगूसराय के बरबीघा गांव में कैबिनेट की बैठक की थी.
मुख्यमंत्री शराब, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता पैदा करने के लिए राज्यव्यापी समाज सुधार अभियान शुरू करने के लिए आज (बुधवार) मोतिहारी रवाना होंगे. 2020 के विधानसभा चुनावों से पहले नीतीश ने दिसंबर 2019 में अंतिम राज्यव्यापी दौरा किया था और पर्यावरणीय कारणों को बढ़ावा देने और जनता की नब्ज को महसूस करने के लिए उन्होंने जल-जीवन-हरियाली यात्रा शुरू की थी.
इससे पहले नीतीश ने बाल विवाह के खिलाफ जन अभियान चलाया था. समाज सुधार अभियान के तहत नीतीश राज्य के 12 स्थानों का भ्रमण करेंगे. उनके इस अभियान का समापन 15 जनवरी को पटना और नालंदा में कार्यक्रमों के साथ होगा.
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