भोपाल के बाग सेवनिया इलाके में क्लोरीन गैस लीक होने पर परेशान नागरिक।
भोपाल:
शहर के बाग सेवनिया इलाके में स्थित भोपाल नगर निगम के जल शोधन संयंत्र से शनिवार को क्लोरीन गैस रिसने से आसपास के क्षेत्रों में अफरा-तफरी मच गई।
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पुलिस उपमहानिरीक्षक रमन सिंह ने बताया, ‘बाग सेवनिया स्थित जल शोधन संयंत्र से क्लोरीन गैस रिसने से वहां लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।’ शहर के बाहरी इलाके मिसरोद में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) के कार्यालय के पास स्थित इस संयंत्र से गैस रिसने के तुरंत बाद पुलिस और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति को नियंत्रण में किया।
सिंह ने घटना के बाद स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में बताते हुए कहा कि गैस की गंध संयंत्र के आसपास के इलाकों में फैल गई। इससे लोगों को बैचेनी होने लगी, लेकिन इसकी वजह से किसी के बीमार होने की सूचना नहीं है।
गौरतलब है कि वर्ष 1984 में दो और तीन दिसम्बर की दरम्यानी रात में यूनियन कार्बाइड के कारखाने से जहरीली गैस रिसने के कारण भोपाल में बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे।
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पुलिस उपमहानिरीक्षक रमन सिंह ने बताया, ‘बाग सेवनिया स्थित जल शोधन संयंत्र से क्लोरीन गैस रिसने से वहां लोगों में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।’ शहर के बाहरी इलाके मिसरोद में अनुविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) के कार्यालय के पास स्थित इस संयंत्र से गैस रिसने के तुरंत बाद पुलिस और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और स्थिति को नियंत्रण में किया।
सिंह ने घटना के बाद स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में बताते हुए कहा कि गैस की गंध संयंत्र के आसपास के इलाकों में फैल गई। इससे लोगों को बैचेनी होने लगी, लेकिन इसकी वजह से किसी के बीमार होने की सूचना नहीं है।
गौरतलब है कि वर्ष 1984 में दो और तीन दिसम्बर की दरम्यानी रात में यूनियन कार्बाइड के कारखाने से जहरीली गैस रिसने के कारण भोपाल में बड़ी संख्या में लोग मारे गए थे।
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