बरेली:
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में मंगलवार को भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की भर्ती में शामिल होने आए हजारों अभ्यर्थियों ने केंद्रीय अर्धसैनिक बल के अधिकारियों पर बदइंतजामी का आरोप लगाते हुए जमकर तोड़फोड़ की। पुलिस के मुताबिक आईटीबीपी की चतुर्थ श्रेणी की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए विभिन्न राज्यों के हजारों अभ्यर्थी बरेली में स्थित आईटीबीपी सेंटर पहुंचे थे। आईटीबीपी के इंतजामों से नाराज अभ्यर्थियों ने बस स्टेशन, रेलवे लाइन, पेट्रोल पंप सहित सार्वजनिक संपत्तियों को अपना निशाना बनाया। उग्र अभ्यर्थियों ने परिवहन निगम की बसों को आग के हवाले कर दिया और कई निजी वाहनों तथा बरेली-बदायूं मार्ग पर अभ्यर्थियों ने कई दुकानों में भी तोड़फोड़ की। पुलिस को हालात काबू में करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस का दावा है कि घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। अभ्यर्थियों के अलावा पुलिस और जिला प्रशासन ने भी आईटीबीपी अधिकारियों पर बदइंतजामी का आरोप लगाया। पुलिस व जिला प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि आईटीबीपी ने भर्ती प्रक्रिया के सम्बंध में जिला प्रशासन को सूचित नहीं किया था। बरेली परिक्षेत्र के उप-पुलिस महानिरीक्षक प्रकाश डी. ने बताया कि आईटीबीपी की तरफ से न तो हमसे संपर्क किया गया और न ही सहयोग मांगा गया। विभिन्न राज्यों के 50,000 से ज्यादा अभ्यर्थियों को जब भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेना था तो आईटीबीपी के अधिकारियों को जिला प्रशासन को अवगत कराना चाहिए था। आईटीबीपी के अधिकारियों की तरफ से हालांकि इस सम्बंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। बरेली के जिलाधिकारी अनिल गर्ग ने संवाददाताओं को बताया कि आईटीबीपी अधिकारी इस बात से राजी हो गए हैं कि अभ्यर्थियों द्वारा भर्ती प्रक्रिया के लिए डाक से भेजे जाने वाले प्रवेश फार्मो को स्वीकार किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि भारी संख्या में पुलिस बल के साथ प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की तैनाती की गई है। हालात पूरी तरह से नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण है। बिहार से आए एक अभ्यर्थी विजय कुमार ने कहा कि मंगलवार को आईटीबीपी सेंटर पहुंचने पर गेट पर तैनात सुरक्षाबलों ने हमें अंदर जाने से रोका और वहां से जाने को कहा। विरोध करने पर वे बल प्रयोग करने लगे जिसके बाद अभ्यर्थी उग्र हो गए।