अगस्तावेस्टलैंड के हिसाब से बदले गए नियम, सिंगल वेंडर सिस्टम फिर बना : बीजेपी

अगस्तावेस्टलैंड के हिसाब से बदले गए नियम, सिंगल वेंडर सिस्टम फिर बना : बीजेपी

राज्यसभा में भूपेंद्र यादव

नई दिल्ली:

राज्यसभा में अगस्तावेस्टलैंड डील पर चर्चा के दौरान बीजेपी सांसद भूपेंद्र यादव ने कहा कि यह विषय गंभीर है। यादव ने कहा कि 1999 में हेलीकॉप्टरों को बदलने की कवायद शुरू हुई और यह जरूरी था। ऊंची उड़ान वाले चॉपर की आवश्यकता थी। एनडीए की सरकार के समय यह ध्यान रखा गया कि सिंगल वेंडर सिस्टम नहीं होना चाहिए। सरकार बदली कि मार्च 2005 में तीन चीजें बदली गईं। उन्होंने कांग्रेस सरकार पर खरीदारी के नियमों में बदलाव करने का सीधा आरोप लगाया।

बदलाव के कारण रेस में बची सिर्फ एक कंपनी
उन्होंने कहा कि 13 सितंबर 2013 को कैग ने कहा था कि एक बदलाव की वजह से बाद में केवल एक ही कंपनी रेस में रह गई। यह बदलाव केबिन की हाईट से जुड़ी थी। बीजेपी नेता ने कहा कि जहां एनडीए की सरकार सिंगल वेंडर सिस्टम को समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ी थी वहीं, यूपीए सरकार ने नियमों में ऐसे बदलाव किए जिससे एक कंपनी ही रेस में रह पाई। यहां पर यह कंपनी अगस्तावेस्टलैंड रही।

यादव ने कैग रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि कंपनी के लिए दरवाजा खोलने की लिहाज से और बदलाव किए गए और बार-बार किए गए। परीक्षण जो यहां होना था वह भी बाहर ही किया गया। फील्ड टेस्ट भी दूसरे हेलीकॉप्टर के किए गए।

कीमत पर कैग ने उठाए सवाल
यादव ने कहा कि चॉपर की कीमत पर कैग ने सवाल उठाए थे। कैग की रिपोर्ट कहती है कि दाम जो होने चाहिए थे उससे छह गुने ज्यादा दाम तय किए गए। वारंटी की शर्तों में भी बदलाव किए गए, जो कंपनी के हिसाब से बदले गए। यादव ने कहा कि आठ खरीदने की बात हुई, लेकिन 12 हेलीकॉप्टरों की डील की गई।

पारदर्शी क्यों नहीं है रक्षा खरीद?
रक्षा उत्पादों की खरीद पर सवाल उठाते हुए यादव ने कहा कि 66 सालों में हम आत्मनिर्भर नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि आखिर रक्षा खरीद में भी पारदर्शी प्रणाली क्यों नहीं आ पाई? उन्होंने प्रश्न किया कि आखिर कैग की रिपोर्ट के बाद भी यूपीए सरकार ने कोई कार्रवाई क्यों नहीं की? उन्होंने वर्तमान रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर की तारीफ की और कहा कि रक्षा सौदों के मामले में पर्रिकर ने अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि देश को सैनिकों पर गर्व है।


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