भारतरत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर (B. R. Ambedkar Death Anniversary) की पुण्यतिथि पर आज उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अलावा कई नेताओं ने उन्हें याद किया. बाबा साहित अंबेडकर भारतीय संविधान के जनक और भारत गणराज्य के निर्माता थे. उन्होंने अपने जीवन काल में छुआछूत और जातिवाद को खत्म करने के लिए कई आंदोलन किए और गरीबों, दलितों व समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान में उन्होंने अपना पूरा जीवन लगा दिया. उन्हें याद करते हुए आज योगी आदित्यनाथ ने कू एप पर लिखा, "महान विधिवेत्ता, सामाजिक न्याय के प्रबल पक्षधर, भारत के सर्वसमावेशी संविधान के शिल्पकार, 'भारत रत्न' बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि. राष्ट्र निर्माण एवं समतामूलक समाज की स्थापना हेतु आपके कार्य सभी के लिए महान प्रेरणा हैं."
केंद्रयी मंत्री पीयूष गोयल ने बाबा साहब की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उन्होंने अपनी तस्वीर साझा करते हुए कू पर लिखा, "भारत रत्न से सम्मानित देश के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ.भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि पर मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. अपना संपूर्ण जीवन उन्होंने सामाजिक समानता और न्याय के लिये समर्पित किया, तथा देश और समाज के प्रति अपने दायित्वों को पूरी निष्ठा से निभाया."
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लिखा, "संविधान के रचनाकार महामानव श्रद्धेय डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की पुण्यतिथि पर शत - शत नमन! उन्होंने दलित, शोषित व वंचित समाज को उबारने में अद्वितीय योगदान दिया, जिसकी मिसाल दुनिया में कहीं दूसरी नहीं मिलती। उनके विचार और आदर्श अमर हैं."
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने लिखा, "संविधान शिल्पी ”भारत रत्न” श्रद्धेय बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी के #महापरिनिर्वाण_दिवस पर शत-शत नमन. उनके विचारों ने भारत की सामाजिक-आर्थिक नीतियों और कानूनी ढांचों में प्रगतिशील बदलाव किए. स्वतंत्रता, समानता व बंधुत्व के प्रयासों के लिए देश बाबा साहेब का सदैव कृतज्ञ रहेगा."
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने लिखा, "समाज सुधारक भीमराव रामजी अंबेडकर जी को आज उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि. उन्होंने भारत के संविधान की प्रारूप समिति के अध्यक्ष और स्वतंत्रता के बाद 1947 से 1951 तक पंडित जवाहरलाल नेहरू की पहली कैबिनेट में कानून और न्याय मंत्री के रूप में कार्य किया."
केंद्रीय मंत्री निति गडकरी ने लिखा, "भारतीय संविधान के शिल्पकार भारत रत्न परम पूजनीय डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर जी के महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें कोटि कोटि वंदन. #MahaparinirvanDiwas #महापरिनिर्वाण_दिवस "
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बाबा साहिब की पुण्यतिथि पर कहा, "वे भारत के सबसे बड़े सपूत थे, दुनिया का सबसे बड़ा संविधान उन्होंने भारत को दिया. पूरी जिंदगी वे दलितों शोषितों के लिए लड़ते रहे.
64 विषयों में उन्होंने मास्टर डिग्री हासिल की. दो डॉक्टरेट की डिग्री ली थी. इतने गरीब परिवार से आते थे घर पर खाने की नहीं होता था, विदेश में उनका वजीफा रुक गया, आज के दिन कोई भी विदेश में पढ़ने जाना चाहे तो मुश्किल है, उन्होंने उस समय दो डिग्री ली. उन्हें 9 भाषाएं आती थी. उनकी पर्सनल लाइब्रेरी राजगीर में 50 हजार किताबें थीं, आज वे हमारे बीच नहीं हैं लेकिन दुनियाभर में उनकी कितनी कदर है कि लंदन के म्यूजियम में काल मार्क्स के बगल में उनकी प्रतिमा है."
उन्होंने कहा, "आज मैं घोषणा कर रहा हूं कि दिल्ली सरकार उनके जीवन पर एक भव्य नाटक तैयार कर रही है. 5 जनवरी को यह जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में दिखाया जाएगा. 100 फुट बड़ा स्टेज बनाया जा रहा है इसके लिए. 50 शोज कराए जाएंगे इसके. यह अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रोडक्शन है. देश में हमारी पहली सरकार है जो बच्चे बच्चे तक बाबा साहिब की जिंदगी को पहुंचाने के लिए इतनी बड़ी पहल कर रही है. सबको शिक्षित करना उनका सपना था, मैंने कसम खाई है कि बाबा तेरा सपना अधूरा केजरीवाल करेगा पूरा. मैं ओमिक्रॉन को लेकर नजर रखे हुए हूं, दवाई बेड्स सब पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराएंगे, आप अपना काम करते रहें मास्क जरूर पहनकर रखें."
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