इस्लामाबाद/कराची:
दक्षिण पश्चिम पाकिस्तान में मंगलवार को आए 7.7 की तीव्रता के भूकंप में 45 लोगों की मौत हो गई और कई दुकानें एवं मकान क्षतिग्रस्त हो गए। बलूचिस्तान प्रांत से सबसे अधिक जानमाल के नुकसान की खबर है।
भूकंप का केन्द्र बलूचिस्तान प्रांत में अवारान से 69 किलोमीटर की दूरी पर था और इसका झटका कराची, हैदराबाद, लरकाना और सिंध प्रांत के अन्य कस्बों और शहरों में महसूस किया गया।
मुख्य सैन्य प्रवक्ता मेजरज जनरल आसिम बाजवा ने ट्विटर के जरिये बताया, बलूचिस्तान के अवारान में 40 लोगों के मारे जाने की खबर है।
समाचार चैनलों के अनुसार अवारान में बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए तथा कई दुकानें और मकान जमींदोज हो गए।
खबरों में कहा गया है कि अवरात बाजार इलाके में मलबों से छह शवों तथा ग्रामीण इलाकों में मलबे से चार शवों को निकाल लिया गया है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
बलूचिस्तान में खुजदार के स्थायी प्रशासनिक अधिकारी गुलाम बलूच ने कहा, ‘मकान और दुकानें ढह गई हैं। आवरात और बलूचिस्तान के कुछ दूसरे इलाकों में आपात स्थिति घोषित की गई है।’
बलूच ने कहा कि पासनी और विंदार इलाकों में भी मकानों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन अभी विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है।
सेना ने सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाकों में 300 से अधिक सैनिकों, राहत एवं चिकित्सा दल तथा एक हेलीकॉप्टर रवाना कर दिया है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री अब्दुल मलिक ने अवारान में आपात स्थिति घोषित की है।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (यूएसजीएस) और पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग ने भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई। यूएसजीएस ने कहा कि बाद में 5 और 5.9 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। भूकंप पाकिस्तानी समय के अनुसार चार बजकर 29 मिनट पर आया। यह बलूचिस्तान में दक्षिण पश्चिमी शहर खुजदार में 23 किलोमीटर की गहराई पर आया।
खबरों में कहा गया है कि भूकंप का झटका लाहौर, रावलपिंडी और इस्लामाबाद जैसे शहरों में भी महसूस किया गया।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान निगरानी केंद्र के निदेशक जाहिद रफी ने बताया कि बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा तथा कुछ दूसरे इलाकों में भूकंप की तीव्रता बहुत ज्यादा थी।
रफी ने कहा, ‘‘जाफराबाद, नोसखी, कालत, विंडर, नसीराबाद, फुंजगुर तथा मस्तुंग भूकंप से प्रभावित हुए हैं। कराची, हैदराबाद, खरपुर तथा लरकाना में झटके महूसस किए गए।’’ कराची के चुंदरीगढ़ रोड इलाके के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। शहर में सबसे पहले इसी इलाके में भूकंप का झटका महसूस किया गया।
कराची के क्लिफ्टन, डिफेंस, गुलशन-ए-इकबाल, बहादुराबाद इलाकों के लोग भी अपने घरों एवं दफ्तरों से बाहर निकल गए।
भूकंप के कारण कराची की सड़कों पर लंबा जाम देखा गया क्योंकि मौसम विज्ञान विभाग की ओर से और झटकों की आशंका जताए जाने के बाद लोग दफ्तरों से पहले ही निकल गए।
कश्मीर क्षेत्र में अक्तूबर, 2005 में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप में करीब 75,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस भूकंप से पूरे क्षेत्र में भारी तबाही हुई थी।
इसी साल अप्रैल में कराची और बलूचिस्तान के कुछ हिस्सों में आए भूकंप में करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी तथा सैकड़ों मकान तबाह हो गये थी।
भूकंप का केन्द्र बलूचिस्तान प्रांत में अवारान से 69 किलोमीटर की दूरी पर था और इसका झटका कराची, हैदराबाद, लरकाना और सिंध प्रांत के अन्य कस्बों और शहरों में महसूस किया गया।
मुख्य सैन्य प्रवक्ता मेजरज जनरल आसिम बाजवा ने ट्विटर के जरिये बताया, बलूचिस्तान के अवारान में 40 लोगों के मारे जाने की खबर है।
समाचार चैनलों के अनुसार अवारान में बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए तथा कई दुकानें और मकान जमींदोज हो गए।
खबरों में कहा गया है कि अवरात बाजार इलाके में मलबों से छह शवों तथा ग्रामीण इलाकों में मलबे से चार शवों को निकाल लिया गया है। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
बलूचिस्तान में खुजदार के स्थायी प्रशासनिक अधिकारी गुलाम बलूच ने कहा, ‘मकान और दुकानें ढह गई हैं। आवरात और बलूचिस्तान के कुछ दूसरे इलाकों में आपात स्थिति घोषित की गई है।’
बलूच ने कहा कि पासनी और विंदार इलाकों में भी मकानों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन अभी विवरण की प्रतीक्षा की जा रही है।
सेना ने सबसे बुरी तरह प्रभावित इलाकों में 300 से अधिक सैनिकों, राहत एवं चिकित्सा दल तथा एक हेलीकॉप्टर रवाना कर दिया है।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री अब्दुल मलिक ने अवारान में आपात स्थिति घोषित की है।
अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण (यूएसजीएस) और पाकिस्तान के मौसम विज्ञान विभाग ने भूकंप की तीव्रता 7.7 बताई। यूएसजीएस ने कहा कि बाद में 5 और 5.9 तीव्रता के झटके महसूस किए गए। भूकंप पाकिस्तानी समय के अनुसार चार बजकर 29 मिनट पर आया। यह बलूचिस्तान में दक्षिण पश्चिमी शहर खुजदार में 23 किलोमीटर की गहराई पर आया।
खबरों में कहा गया है कि भूकंप का झटका लाहौर, रावलपिंडी और इस्लामाबाद जैसे शहरों में भी महसूस किया गया।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान निगरानी केंद्र के निदेशक जाहिद रफी ने बताया कि बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा तथा कुछ दूसरे इलाकों में भूकंप की तीव्रता बहुत ज्यादा थी।
रफी ने कहा, ‘‘जाफराबाद, नोसखी, कालत, विंडर, नसीराबाद, फुंजगुर तथा मस्तुंग भूकंप से प्रभावित हुए हैं। कराची, हैदराबाद, खरपुर तथा लरकाना में झटके महूसस किए गए।’’ कराची के चुंदरीगढ़ रोड इलाके के लोगों में अफरा-तफरी मच गई। शहर में सबसे पहले इसी इलाके में भूकंप का झटका महसूस किया गया।
कराची के क्लिफ्टन, डिफेंस, गुलशन-ए-इकबाल, बहादुराबाद इलाकों के लोग भी अपने घरों एवं दफ्तरों से बाहर निकल गए।
भूकंप के कारण कराची की सड़कों पर लंबा जाम देखा गया क्योंकि मौसम विज्ञान विभाग की ओर से और झटकों की आशंका जताए जाने के बाद लोग दफ्तरों से पहले ही निकल गए।
कश्मीर क्षेत्र में अक्तूबर, 2005 में आए 7.6 तीव्रता के भूकंप में करीब 75,000 लोगों की मौत हो गई थी। इस भूकंप से पूरे क्षेत्र में भारी तबाही हुई थी।
इसी साल अप्रैल में कराची और बलूचिस्तान के कुछ हिस्सों में आए भूकंप में करीब 40 लोगों की मौत हो गई थी तथा सैकड़ों मकान तबाह हो गये थी।
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