राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवन (Mohan Bhagwat) के नागरिकता कानून (CAA) पर दिए बयान पर एआईएमआईएम के चीफ और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने पलटवार किया है. ओवैसी ने रविवार को कहा कि मुसलमान कोई बच्चा नहीं है, जिसे गुमराह किया जा सके. उन्होंने कहा कि हम ऐसे कानूनों के खिलाफ बार-बार प्रदर्शन करते रहेंगे, जिसमें हमें अपने को भारतीय साबित करने की बात होगी.
दरअसल, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने दशहरा उत्सव पर संघ मुख्यालय नागपुर में आयोजित एक वार्षिक समारोह को संबोधित करते हुए नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसकी आड़ में साम्प्रदायिकता भड़काना चाहते थे, लेकिन सत्ता में बैठे लोगों ने उनके इरादों पर पानी फेर दिया. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण ने इस विषय को ही ढक दिया.
We're not kids to be 'misguided'. BJP didn't mince words about what CAA+NRC were meant to do. If it's not about Muslims, just remove all references to religion from the law? Know this: we'll protest again & again till there are laws that require us to prove our Indianness...[1] https://t.co/uccZ8JTjsi
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) October 25, 2020
ओवैसी ने अपने ट्वीट में लिखा, "हम बच्चे नहीं है कि हमें ‘गुमराह' कर दे. बीजेपी ने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि सीएए + एनआऱसी का एक साथ करना क्या था. अगर यह मुसलमानों के बारे में नहीं है, तो कानून में धर्म से जुड़ी सभी चीजों को हटा दें? ये बात जान लें कि जब तक कोई भी ऐसा कानून रहेगा, जिसमें हमें अपनी भारतीयता साबित करने की बात होगी, तब तक हम इसका बार-बार विरोध करते रहेंगे."
एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने कहा कि हम किसी भी ऐसे कानून का विरोध करेंगे जिसमें धर्म के आधार पर नागरिकता की बात होगी. मैं कांग्रेस, आरजेडी और उसके साथियों से भी कहना चाहता हूं कि आंदोलन के दौरान आपकी चुप्पी को भुलाया नहीं जा सकता. जब बीजेपी के नेता सीमांचल के लोगों को 'घुसपैठिया' कह रहे थे, आरजेडी-कांग्रेस ने एक बार भी मुंह नहीं खोला.
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