दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए केंद्र की ओर से विशेष जांच दल (एसआईटी) गठन को एक 'दिखावा' करार दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि उनकी सरकार को एक एसआईटी गठित करने की इजाजत दें।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में कहा, 'एसआईटी (केंद्र सरकार की ओर से गठित) का गठन 12 फरवरी 2015 को किया गया था। उसे अपनी रिपोर्ट 12 अगस्त 2015 को देनी थी, एसआईटी एक भी मामला फिर से खोलने में असफल रही। अब लोगों के मन में यह आशंका उत्पन्न हो रही है कि यह एसआईटी बस एक दिखावा है और आपने (प्रधानमंत्री) एक निष्प्रभावी एसआईटी गठित की।'
उन्होंने यह भी कहा कि 1984 दंगों से संबंधित कोई भी फाइल दिल्ली सरकार के पास नहीं है, बल्कि सभी रिकॉर्ड एवं फाइल केंद्र सरकार के पास हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में कहा, 'एसआईटी (केंद्र सरकार की ओर से गठित) का गठन 12 फरवरी 2015 को किया गया था। उसे अपनी रिपोर्ट 12 अगस्त 2015 को देनी थी, एसआईटी एक भी मामला फिर से खोलने में असफल रही। अब लोगों के मन में यह आशंका उत्पन्न हो रही है कि यह एसआईटी बस एक दिखावा है और आपने (प्रधानमंत्री) एक निष्प्रभावी एसआईटी गठित की।'
उन्होंने यह भी कहा कि 1984 दंगों से संबंधित कोई भी फाइल दिल्ली सरकार के पास नहीं है, बल्कि सभी रिकॉर्ड एवं फाइल केंद्र सरकार के पास हैं।
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