नागरिकता (संशोधन) कानून (Citizenship Act) के खिलाफ देशव्यापी विरोध के मद्देनजर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सोमवार को यह जानना चाहा कि जब देश आर्थिक मंदी और बेरोजगारी जैसे समस्याओं का सामना कर रहा है, तब यह नया कानून लाने की क्या जरूरत थी. उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा कि छात्र देश भर में इस संशोधित कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. केंद्र को उनकी मांगों पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह संशोधित कानून खतरनाक है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसका विरोध किया था और संसद में इसके खिलाफ मतदान किया था ... मैं पूछना चाहता हूं कि इस समय इसे लाने की क्या जरूरत थी, जब देश में कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे सामने हैं.''
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इससे पहले जामिया मिल्लिया में नागरिकता संशोधन के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन में छात्र और पुलिस में झड़प की घटनाओं पर उन्होंने चिंता जताई थी. उन्होंने ट्वीट कर इस मामले को लेकर गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के लिए समय की मांग की थी.
बता दें दिल्ली में रविवार को नागरिकता कानून को लेकर जामिया के छात्रों और पुलिस वालों के बीच जमकर झड़प हुई. इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले बरसाए. कई छात्र घायल हुए हैं. पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं हैं. फिलहाल बवाल को देखते हुए जामिया मिल्लिया इस्लामिया और उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी तक बंद कर दिया गया है. सभी छात्रों को घर भेज दिया गया है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं