फाइल फोटो
नई दिल्ली:
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने संसद में कहा है कि इस देश में इस देश की सबसे बड़ी चुनौती गरीबी आज भी है. 1991 के बाद हमने रास्ता बदलने की कोशिश की. इसके बाद बदलने की गति भी तेज रही. 1991 के बाद सरकारें कोई भी रही हो प्रगति की दर बढ़ी है. गरीबी भी कम हुई है और जन-जीवन का स्तर सुधरा है. लेकिन आज भी एक वर्ग ऐसा है जो गरीबी रेखा से नीचे हैं. आज भी बहुत बड़ी आवश्यकता है कि देश के संसाधन बढ़े और जहां विकास नहीं हो रहा उसके लिए काम करें. जेटली ने भारत के लोकतंत्र की तारीफ करते हुए कहा कि अलग-अलग विचारधाराओं वाली पार्टियां हमारे देश में हाथ मिलाकर देश के विकास के लिए काम करती हैं.
जेटली की बड़ी बातें
1- भारत छोड़ो आंदोलन के समय महात्मा गांधी समय सहित कई नेता जेल में थे, उस समय इंडियन नेशनल आर्मी भी आजादी के लिए संघर्ष कर रही थी.
2- 1962 की लड़ाई के बाद हमने सेनाओं की ताकतवर होने की महत्ता को समझी है.
3-उग्र वामपंथ में ऐसे लोग शामिल हैं जिनको चुनावी राजनीति और लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं.
जेटली की बड़ी बातें
1- भारत छोड़ो आंदोलन के समय महात्मा गांधी समय सहित कई नेता जेल में थे, उस समय इंडियन नेशनल आर्मी भी आजादी के लिए संघर्ष कर रही थी.
2- 1962 की लड़ाई के बाद हमने सेनाओं की ताकतवर होने की महत्ता को समझी है.
3-उग्र वामपंथ में ऐसे लोग शामिल हैं जिनको चुनावी राजनीति और लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं.
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