औरंगजेब 44 राष्ट्रीय राइफल रेजिमेंट में तैनात थे.
नई दिल्ली: पिछले साल जून महीने में भारतीय सेना (Indian Army) के जवान औरंगजेब (Aurangzeb) की हुई हत्या के मामले में सेना तीन जवानों से पूछताछ कर रही है. उस वक्त यह अंदाजा लगाया गया था कि जब वह ईद मनाने के लिए अपने घर प्राइवेट वाहन से जा रहे थे तो पुलवामा में उनका अपहरण करके आतंकियों ने हत्या कर दी. फिर सेना और पुलिस की टीम को गोलियों से छलनी उसका शव मिला था. उनके सिर और गर्दन पर गोली मारी गई थी. औरंगजेब की ही रेजिमेंट 44-आरआर के तीन जवानों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जांच में सामने आया था कि शायद इन्होंने ही औरंगजेब की गतिविधियों के बारे में जानकारी लीक की थी. औरंगजेब को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित भी किया गया है.