जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) में पुंछ के जंगलों में जिस तरह से आतंकियों से सेना (Indian Army) और पुलिस के जवान 10 अक्टूबर की रात से मुकाबला कर रहे हैं उससे तो यही लगता है इन आतंकियों को पाक सेना (Pakistan Army) के कमांडो ने ट्रेंड किया है. इस मुठभेड़ में अब तक सेना के दो जेसीओ समेत नौ जवान शहीद हो चुके हैं पर एक भी आतंकी मारा नहीं गया है. अगर मारा भी गया है तो उसका शव अब तक नहीं मिला है. पहले पुंछ के डेरा वाली गली में 10 अक्टूबर की रात को आतंकियों के साथ मुठभेड़ और हमारे एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए. इसके बाद आतंकियों के इसी ग्रुप की तलाश में पुंछ के नार खास के जंगलों में 14 अक्टूबर को सेना के जवान जाते हैं तो फिर आतंकी घात लगाकर हमला करते हैं. इस हमले से दो जवान फिर शहीद हो जाते हैं. एक जेसीओ और एक जवान लापता हो जाते हैं. इन दोनों का शव 16 अक्टूबर को मिलता है.
हाल के कई सालों में पहली बार सेना ने अपने दो अधिकारियों और सात जवानों को खोया है. सूत्रों की मानें तो पुंछ के जंगलों में पिछले आठ दिनों से भारतीय सेना के हजारों जवानों का मुकाबला पाक सेना द्वारा ट्रेंड आतंकियों से हो रहा है. हो सकता है इनमें पाक कमाडों भी शामिल हों. सेना ने भी अब आतंकियों को एक इलाके में घेर लिया है. सेना के पैरा कमांडो और हेलीकॉप्टर की मदद ऑपरेशन में ली जा रही है. अब कोशिश है कि भले ही ऑपरेशन लंबा खिंच जाए पर अपना अब कोई नुकसान ना हो.
एक लंबे अरसे के बाद जम्मू कश्मीर में आतंकियों के साथ होने वाली मुठभेड़ इतनी लंबी चली है. सुरक्षाबलों का कहना है कि ऊंची पहाड़ियों और घने जंगल होने की वजह से कार्रवाई में परेशानी हो रही है पर आतंकियों का मारा जाना तय है.
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