इंदौर:
मध्यप्रदेश के महू में 25 अप्रैल से शुरू होने वाली छह दिवसीय सेना भर्ती रैली से पहले फौज ने टैटू (गोदना) के पैमाने को लेकर उम्मीदवारों को खास हिदायत दी है। इसके मुताबिक अगर किसी उम्मीदवार के बाजू के निचले हिस्से के अलावा शरीर के दूसरे अंग पर टैटू पाया जाता है तो उसे रैली के लिये अयोग्य माना जायेगा। महू के सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक कर्नल जीएस दवेता ने आज यहां संवाददाताओं को बताया, ‘सेना मुख्यालय के निर्देशों के मुताबिक हम भर्ती रैली के लिये उस उम्मीदवार को अयोग्य मानेंगे, जिसने बाजू के निचले हिस्से (कलाई और कोहनी के बीच का भाग) के अलावा अन्य अंग पर किसी नाम, प्रतीक या धार्मिक चिन्ह का टैटू करवाया हो।’
उन्होंने बताया, ‘अगर किसी उम्मीदवार ने अपने बाजू के निचले हिस्से भर में टैटू कराया है तो उसे सेना भर्ती रैली में भाग लेने के योग्य माना जायेगा।’ दवेता ने विस्तृत ब्यौरा दिये बगैर बताया, ‘सेना भर्ती रैली में शामिल होने वाले कुछ उम्मीदवार एड्स के मरीज पाये गये, जिन्होंने अपने शरीर में टैटू करा रखे थे। इसे देखते हुए भर्ती रैली के लिये टैटू के संबंध में पैमाना तय किया गया है।’
दवेता ने कहा, ‘ऐसा देखा गया है कि खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में एक ही सुई चुभोकर कई लोगों को टैटू किया जाता है। इससे एड्स जैसी घातक बीमारी फैलने का खतरा रहता है। दूसरे, इन क्षेत्रों में टैटू बनाने वाले लोग न तो प्रशिक्षित होते हैं, न ही उनके औजार सुरक्षित होते हैं।’ दवेता ने बताया कि यहां से करीब 25 किलोमीटर दूर महू में अगले महीने होने वाले भर्ती रैली पश्चिमी मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन संभागों के युवाओं के लिये आयोजित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि भर्ती रैली के दौरान सैनिक (सामान्य ड्यूटी), ट्रेडमैन और क्लर्क के करीब 300 पदों पर उम्मीदवारों का चयन किया जाना है।
उन्होंने बताया, ‘अगर किसी उम्मीदवार ने अपने बाजू के निचले हिस्से भर में टैटू कराया है तो उसे सेना भर्ती रैली में भाग लेने के योग्य माना जायेगा।’ दवेता ने विस्तृत ब्यौरा दिये बगैर बताया, ‘सेना भर्ती रैली में शामिल होने वाले कुछ उम्मीदवार एड्स के मरीज पाये गये, जिन्होंने अपने शरीर में टैटू करा रखे थे। इसे देखते हुए भर्ती रैली के लिये टैटू के संबंध में पैमाना तय किया गया है।’
दवेता ने कहा, ‘ऐसा देखा गया है कि खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में एक ही सुई चुभोकर कई लोगों को टैटू किया जाता है। इससे एड्स जैसी घातक बीमारी फैलने का खतरा रहता है। दूसरे, इन क्षेत्रों में टैटू बनाने वाले लोग न तो प्रशिक्षित होते हैं, न ही उनके औजार सुरक्षित होते हैं।’ दवेता ने बताया कि यहां से करीब 25 किलोमीटर दूर महू में अगले महीने होने वाले भर्ती रैली पश्चिमी मध्यप्रदेश के इंदौर और उज्जैन संभागों के युवाओं के लिये आयोजित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि भर्ती रैली के दौरान सैनिक (सामान्य ड्यूटी), ट्रेडमैन और क्लर्क के करीब 300 पदों पर उम्मीदवारों का चयन किया जाना है।
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