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This Article is From May 29, 2018

राहुल गांधी 'निपाह वायरस' की तरह; जो भी साथ जाएगा, खत्म होगा : अनिल विज

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा- राहुल गांधी निपाह वायरस की तरह हैं और वे जिस भी पार्टी के संपर्क में आएंगे वह खत्‍म हो जाएगी

राहुल गांधी 'निपाह वायरस' की तरह; जो भी साथ जाएगा, खत्म होगा : अनिल विज
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की तुलना निपाह वायरस से की है.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
अपने बयानों से हमेशा विवाद पैदा करते हैं अनिल विज
कांग्रेस और गांधी परिवार के साथ बीजेपी नेताओं को भी नहीं बख्शा
हरियाणा की एक महिला आईपीएस अफसर ने दिया था करारा जवाब
नई दिल्ली: अपने बयानों से हमेशा विवादों को जन्म देने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक बार फिर एक बयान देकर राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. उन्होंने राहुल गांधी की तुलना निपाह वायरस से की है. विज ने कहा कि राहुल गांधी निपाह वायरस की तरह हैं और वे जिस भी पार्टी के संपर्क में आएंगे वह खत्‍म हो जाएगी. वे (राजनीतिक दल) साथ आने (गठबंधन) की कोशिश कर रहे हैं लेकिन वे खत्‍म हो जाएंगे.

अनिल विज अपने बिगड़े बोल से कांग्रेस और गांधी परिवार को निशाना बनाते रहे हैं. जुलाई 2017 में  राहुल गांधी ने अमरनाथ यात्रा के दौरान हुए आतंकी हमले पर सवाल उठाया था. इस विज ने कहा था कि पूरा देश उम्मीद कर रहा था कि राहुल गांधी नानी के घर (इटली) जाएंगे तो बुद्धि लेकर आएंगे, लेकिन लगता है वे वहां से खाली हाथ लौटे हैं. लगता है कि नानी के घर जाकर भी उनका दिमाग ठीक नहीं हुआ है.
  अक्टूबर 2016 में कांग्रेस के एक कार्यक्रम में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर के समर्थकों के बीच खूनी संघर्ष हो गया. इस झगड़े में तंवर और कुछ अन्य लोग घायल हो गए, थे. इस पर अनिल विज ने कहा था कि कांग्रेस के नेताओं को अब पारंपरिक गांधी टोपी पहनने की जगह हेलमेट पहनना चाहिए.

यह भी पढ़ें : खुले में नमाज न पढ़ने की सलाह के बाद खट्टर का यूटर्न, अब अनिल विज ने दिया यह बयान 

फरवरी 2016 में हरियाणा में जाट आंदोलन के बाद अनिल विज के एक बयान ने उनकी पार्टी बीजेपी के सामने ही मुसीबत खड़ी कर दी थी. अनिल विज ने धमकी दी थी कि जाट आरक्षण हिंसा में मरे लोगों को अगर मुआवजा दिया गया तो वे इस्तीफा दे देंगे. कृषि मंत्री ओपी धनकड़ ने एक ट्वीट के जरिए बताया था कि हिंसा में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 10 लाख रुपये का मुआवजा और उसके घर के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी. धनकड़ के इस बयान पर अनिल विज भड़क गए थे.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के फरवरी 2016 में एक बयान दिया था कि राज्य में गोमांस पर रोक को लेकर कोई विवाद नहीं है. इस पर अनिल विज ने बयान देकर विवाद पैदा कर दिया था. उन्होंने कहा था कि जो लोग गोमांस के बिना जिंदा नहीं रह सकते, उन्हें हरियाणा नहीं आना चाहिए.

VIDEO : अनिल विज के बिगड़े बोल

अनिल विज सिर्फ विपक्ष और अपनी पार्टी के नेताओं से ही नहीं भिड़ते रहे हैं बल्कि अफसरों को भी निशाना बनातेरहे हैं. नवंबर 2015 में वे एक बैठक के दौरान फतेहाबाद की पुलिस अधीक्षक आईपीएस संगीता कालिया पर चिल्ला पड़े. उन्होंने अफसर से कहा 'गेट आउट'. इस पर संगीता कालिया ने बैठक से बाहर जाने से इनकार कर दिया और कहा, 'मैं नहीं जाऊंगी. आप इस तरह से मेरा अपमान नहीं कर सकते.' इसके बाद खुद विज को मन मसोसकर बैठक से बाहर जाना पड़ा था.

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