आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में एक मल्टीनेशनल कंपनी के केमिकल प्लांट में जहरीली गैस लीक होने की वजह से एक बच्चे समेत 11 लोगों की जान चली गई.घटना के बाद राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया जा रहा है. आंध्र प्रदेश पुलिस महानिदेशक गौतम सवांग ने एनडीटीवी को बताया कि विशाखापत्तनम में रासायनिक गैस संयंत्र के आसपास के गांवों में गैस रिसाव के बाद राहत और बचाव का कार्य जारी है. लोगों को उनके घरों को तोड़ कर निकालना पड़ा. कई लोग बेहोश हो गए थे उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
अधिकारियों ने कहा कि एलजी पॉलिमर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में रिसाव लगभग 2.30 बजे शुरू हुआ. यह संयत्र दक्षिणी कोरिया की एक फर्म के स्वामित्व में है.प्लांट कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, पॉलीस्टाइन उत्पादों को बनाता है, जिनका उपयोग मेकअप उत्पादों जैसे कॉस्मेटिक उत्पादों के लिए इलेक्ट्रिक फैन ब्लेड, कप और कटलरी और कंटेनरों के निर्माण में किया जाता है. कच्चा माल, स्टाइलिन, बहुत ज्वलनशील होता है और जलने पर एक जहरीली गैस छोड़ता है. एक बयान में, कहा गया है कि रिसाव में उत्सर्जित होने वाली गैस सांस में लेने पर मिचली और चक्कर आ सकती है.
इस मुद्दे पर सियोल में कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि एक नाइट शिफ्ट मेंटेनेंस वर्कर ने एक टैंक से रिसाव का पता लगाया था. प्रवक्ता ने कहा कि संयंत्र को कोरोनोवायरस फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण बंद था. अब सरकार की तरफ से अनुमति मिलने के बाद फिर से उत्पादन की शुरुआत करने के लिए काम किया जा रहा था. उधर विशाखापत्तनम में सहायक पुलिस आयुक्त स्वरूप रानी ने कहा, "लॉकडाउन की वजह से गैस को वहां रखा हुआ था, कंपनी में उत्पादन का कार्य नहीं चल रहा था. रखे हुए गैस में रासायनिक प्रतिक्रिया हुई और टैंक के अंदर गर्मी पैदा हुई और गैस लीक हो गई.
VIDEO:विशाखापट्टनम में गैस लीक होने से कई लोगों की मौत
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