नौ वर्ष के एक बच्चे की दुर्लभ रक्त बीमारी (Rare blood disease) के कारण मौत हो गई. इस बच्चे की मां की ओर से कोर्ट में (बच्चे की) इच्छा मृत्यु (Mercy killing) के लिए आवेदन करने के दो घंटे बाद ही इस बच्चे की मृत्यु हुई. पुलिस सूत्रों ने यह जानकारी दी. दंपती के 9 वर्ष के बेटे हर्षवर्धन को दुर्लभ रक्त बीमारी (Rare blood disease) होने का पता चला था. यह परिवार आंध्र के चित्तूर जिले के बिरजेपल्ली में रहता था.
जब हर्षवर्धन चार साल का था जब उसके गरीब माता-पिता को इस बीमारी का पता चला. इलाज मिलने के बाद भी बच्चे की हालत में सुधार नहीं हुआ. सूत्रों ने बताया कि माता-पिता को बच्चे के इलाज के लिए चार लाख रुपये का लोन भी लेना पड़ा था. जब कोई विकल्प नहीं बचा तो बच्चे की मां अरुणा ने Punganur के कोर्ट में अर्जी दाखिल की. अरुणा ने मांग की कि या तो सरकार बच्चे की देखभाल करे या उसकी इच्छा मृत्यु की इजाजत दे दी जानी चाहिए.हालांकि मां की ओर से आवेदन किए जाने के बाद दो घंटे बाद ही बच्चे की मौत हो गई.
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