प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को करतारपुर कॉरिडोर का उद्धाटन करेंगे.
खास बातें
- अमित शाह बोले- लाखों श्रद्धालुओं के सपने साकार करेंगे पीएम मोदी
- गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर खुल रहा है करतारपुर कॉरिडोर
- बिना पासपोर्ट करतारपुर जा सकेंगे श्रद्धालु
नई दिल्ली: करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन (Kartarpur Corridor inauguration) से तीन दिन पहले गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए इसे अपनी सरकार की उपलब्धि बताया है. इस वीडियो में मोदी सरकार द्वारा सीमा पार सड़क संपर्क स्थापित करने की "उपलब्धि" पर प्रकाश डाला गया है, जो सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान के गुरुद्वारा दरबार साहिब तक पहुंच प्रदान करेगा. इस दौरान उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जब करतारपुर गलियारे का उद्घाटन करेंगे तब इतिहास बनेगा. यह समृद्ध विरासत को संरक्षित करने तथा श्री गुरु नानक देव की शिक्षाओं को सर्व व्यापी बनाने के प्रति राजग सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है.
शाह ने ट्विटर पर कहा कि यह गलियारा श्री गुरु नानक देव के लाखों अनुयायियों के सपने को साकार करेगा. यह गलियारा पंजाब के डेरा बाबा नानक को पाकिस्तान के करतारपुर में स्थित दरबार साहिब से जोड़गा. उन्होंने कहा, ‘‘करतारपुर साहिब गालियारा एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जिसे श्रद्धालुओं की पीढ़ियां याद रखेंगी. यह हमारी समृद्ध विरासत को संरक्षित करने तथा श्री गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं को सर्वव्यापी बनाने के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है.'' गुरु नानक देव सिख पंथ के संस्थापक थे.
गृह मंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर गलियारे के खुलने के साथ ही प्रधानमंत्री लाखों श्रद्धालुओं के सपने को साकार करेंगे. उन्होंने कहा कि नौ (नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस गलियारे को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और हम इस ऐतिहासिक घटना के गवाह बनेंगे.
करतारपुर वीडियो पर सूत्रों ने कहा- 'पाक सरकार से ज्यादा इस प्रोजेक्ट के पीछे बड़ी शक्तियों का हाथ'
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि मोदी गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर गलियारे का उद्घाटन करेंगे. वह डेरा बाबा नानक से श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को भी रवाना करेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों ने धार्मिक विश्वास की राह में खड़ी सीमाओं को भी पिघला दिया है.
गौरतलब है कि सितंबर में भारत और पाकिस्तान करतारपुर गलियारा बनाने पर सहमत हुए थे जो भारतीय श्रद्धालुओं को बिना वीजा के गुरुद्वारा दरबार साहिब ले कर जाएगा. श्रद्धालुओं को पाकिस्तान में स्थित पवित्र गुरुद्वारे जाने के लिए सिर्फ पासपोर्ट की जरूरत होगी. दरबार साहिब पर गुरु नानक देव ने अपनी जिंदगी का अंतिम समय बिताया था. ‘ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया' (ओसीआई) कार्ड धारक भारतीय मूल के व्यक्ति भी करतारपुर गलियारे के जरिए गुरुद्वारे जा सकते हैं.
VIDEO: 9 नवंबर से खुलेगा करतारपुर साहिब का रास्ता