![कर्नाटक में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों पर पहले से थी पुलिस की नजर कर्नाटक में गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों पर पहले से थी पुलिस की नजर](https://i.ndtvimg.com/i/2015-01/bengaluru-police-conference_295x200_61421078312.jpg?downsize=773:435)
राज्यों की पुलिस केंद्रीय खुफिया विभाग से कुछ नाराज़ इसलिए रहती है, क्योंकि खुफिया विभाग की सूचनाएं आमतौर पर किसी सटीक ठिकाने या सटीक दिन और समय को लेकर नहीं होतीं, लेकिन इसके बावजूद केंद्रीय एजेंसियों से मिलने वाले अलर्ट को पुलिस गंभीरता से लेती है।
ऐसे में जब खुफिया विभाग ने पिछले साल दिसंबर के तीसरे हफ्ते में कर्नाटक के आंतरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ, यानि इंटरनल सिक्योरिटी डिवीज़न को बेंगलुरू में सक्रिय भटकल के एक आतंकी मॉड्यूल की जानकारी दी तो फौरन यह खबर बड़े अधिकारियों को दी गई। एक बैठक में यह तय किया गया कि इसकी जांच बेंगलुरू पुलिस करेगी, क्योंकि मुख्य आरोपी होम्योपैथिक डॉक्टर अफ़ाक बेंगलुरू में ही रह रहा था।
हमें जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक वर्ष 2014 के दिसंबर में हुई बैठक में यह भी तय किया गया कि इस मॉड्यूल पर कुछ दिन तक नज़र रखी जाएगी, ताकि अदालत में पेश करने के लिए ठोस सबूत इकट्ठे किए जा सकें।
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