श्रीनगर:
नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यकर्ता मोहम्मद यूसुफ की संदिग्ध हालत में मौत के मामले में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उनके पिता फारुख अब्दुल्ला की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इस विवाद के एक अहम चश्मदीद ने इस बात का खुलासा किया है कि जम्मू-कश्मीर की राजनीति में पैसे का खेल किस तरह फल−फूल रहा है। 29 सितंबर को उमर के घर जो कुछ हुआ उसकी आपबीती अब्दुल सलाम रेशी ने बयां की है। रेशी का दावा है कि एमएलसी और मंत्री बनाने के लिए पैसे के इस खेल में उमर और उनके पिता फारुख अब्दुल्ला शामिल रहे हैं। सलाम रेशी ने यह भी दावा किया है कि उन्होंने एमएलसी की सीट के लिए यूसुफ को फरवरी में 34 लाख रुपये दिए थे, लेकिन ये पैसे दो−तीन दिन बाद वापस कर दिए गए। जिस समय उमर ने यूसुफ को पुलिस के हवाले किया, वहां रेशी भी मौजूद थे। उन्होंने अपनी जान पर भी खतरा बताया है।नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला ने इस मामले को साजिश बताया है। उनका कहना है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को सत्ता से हटाने के लिए ये विरोधियों का पैंतरा है। उन्होंने कहा कि जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी।
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उमर अब्दुल्ला, हिरासत में मौत, जम्मू-कश्मीर