गोवा के मुख्यमंत्री पारसेकर (फाइल फोटो)
पणजी:
गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने रविवार को कहा कि वह इन आरोपों की सीबीआई जांच की मांग करेंगे कि न्यूजर्सी आधारित एक विनिर्माण प्रबंध कंपनी ने राज्य में जल विकास परियोजना के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी।
पारसेकर की यह प्रतिक्रिया तब आई जब अमेरिकी कंपनी लुइस बर्गर पर गोवा और गुवाहाटी में दो प्रमुख जल विकास परियोजनाओं के लिए भारतीय अधिकारियों को कई करोड़ रुपयों की रिश्वत देने के आरोप लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चूंकि यह एक अंतरराष्ट्रीय मामला है, गोवा पुलिस इसकी जांच नहीं कर सकती। यही वजह है कि सरकार ने इसकी सीबीआई जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखने का फैसला किया है। सच्चाई लोगों पर उजागर होनी चाहिए।’’
पारसेकर ने कहा, ‘‘जब करार दिए गए थे तो कांग्रेस नेता दिगंबर कामत मुख्यमंत्री थे और चर्चिल अलेमाव लोक निर्माण विभाग मंत्री थे। अब यह रहस्योद्घाटन होना चाहिए कि किस मंत्री ने रिश्वत ली।’’
लुइस बर्गर की तरफ से गोवा परियोजना के लिए 9,76,630 डॉलर की रिश्वत में एक मंत्री के लिए अदायगी शामिल है जिसका ब्योरा अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने उजागर नहीं किए।
दो माह पहले कंपनी ने इन आरोपों का निबटारा करने के लिए एक करोड़ 71 लाख डॉलर अदा करने पर सहमति जताई है कि उसने भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम और कुवैत में सरकारी निर्माण प्रबंधन करार पाने के लिए रिश्वत दी थी।
उसके दो पूर्व कार्यकारी - फिलीपीन के रिचर्ड हर्श (61) और यूएई के जेम्स मैकक्लंग (59) - ने रिश्वतखोरी के आरोपों को स्वीकार किया था। उनको सजा सुनाने वाली सुनवाई 5 नवंबर को होने वाली है।
पारसेकर की यह प्रतिक्रिया तब आई जब अमेरिकी कंपनी लुइस बर्गर पर गोवा और गुवाहाटी में दो प्रमुख जल विकास परियोजनाओं के लिए भारतीय अधिकारियों को कई करोड़ रुपयों की रिश्वत देने के आरोप लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘चूंकि यह एक अंतरराष्ट्रीय मामला है, गोवा पुलिस इसकी जांच नहीं कर सकती। यही वजह है कि सरकार ने इसकी सीबीआई जांच की मांग करते हुए प्रधानमंत्री और केन्द्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखने का फैसला किया है। सच्चाई लोगों पर उजागर होनी चाहिए।’’
पारसेकर ने कहा, ‘‘जब करार दिए गए थे तो कांग्रेस नेता दिगंबर कामत मुख्यमंत्री थे और चर्चिल अलेमाव लोक निर्माण विभाग मंत्री थे। अब यह रहस्योद्घाटन होना चाहिए कि किस मंत्री ने रिश्वत ली।’’
लुइस बर्गर की तरफ से गोवा परियोजना के लिए 9,76,630 डॉलर की रिश्वत में एक मंत्री के लिए अदायगी शामिल है जिसका ब्योरा अमेरिकी न्याय मंत्रालय ने उजागर नहीं किए।
दो माह पहले कंपनी ने इन आरोपों का निबटारा करने के लिए एक करोड़ 71 लाख डॉलर अदा करने पर सहमति जताई है कि उसने भारत, इंडोनेशिया, वियतनाम और कुवैत में सरकारी निर्माण प्रबंधन करार पाने के लिए रिश्वत दी थी।
उसके दो पूर्व कार्यकारी - फिलीपीन के रिचर्ड हर्श (61) और यूएई के जेम्स मैकक्लंग (59) - ने रिश्वतखोरी के आरोपों को स्वीकार किया था। उनको सजा सुनाने वाली सुनवाई 5 नवंबर को होने वाली है।
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