
प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
आतंकी संगठन अल कायदा ने मंगलवार को भारतीय रेलवे के रेलनेट पेज की साइट को कथित तौर पर हैक कर लिया। ऐसा पहली बार हुआ है कि इस संगठन ने सरकारी वेबसाइट पर सेंध लगाने में कामयाबी हासिल की है। संगठन ने इस पेज पर अपना संदेश भी छोड़ा।
जानकारी के अनुसार, सेंट्रल रेलवे के पर्सनल डिपार्टमेंट के भुसावल डिवीजन के हैक्ड पेज और विभागीय जरूरत के लिए तैयार पेज को दक्षिण एशिया में अल कायदा के प्रमुख मौलाना आसिम उमर के संदेश से बदल दिया गया है। पेज पर भारतीय मुस्लिमों के नाम उमर का यह संदेश दिखाया जा रहा है। मैसेज में लिखा गया था 'आपके महासागर में तूफान क्यों नहीं आ रहा?' मौलाना आसिम उमर की ओर से भारतीय मुस्लिमों के लिए एक संदेश।'
जिहाद के लिए उकसाने की कोशिश
वेब पेज हैक होने के बाद इसके साथ 11 पेज का डॉक्यूमेंट अटैच किया गया जिस पर लिखा था, 'क्या दिल्ली की धरती शाह मुहादिथ देहल्वी को जन्म नहीं देगी जो एक बार फिर भारत के मुसलमानों को जिहाद के भूले हुए पाठ पढ़ाए और जिहाद के लिए तैयार करे।' संदेश में लोगों को जिहाद में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। इसमें अमेरिका और इसके सहयोगियों को 'हराने' के लिए भी मदद मांगी गई है।
गौरतलब है कि यूपी के संभल के निवासी उमर को पिछले साल कथित तौर पर अल कायदा का दक्षिण एशिया का प्रमुख बनाया गया था। उमर को सनाउल हक के नाम से भी जाना जाता है और 1992 के बाबरी ढांचा विध्वंस के बाद वह जेहादी संगठन से जुड़ा था।
जानकारी के अनुसार, सेंट्रल रेलवे के पर्सनल डिपार्टमेंट के भुसावल डिवीजन के हैक्ड पेज और विभागीय जरूरत के लिए तैयार पेज को दक्षिण एशिया में अल कायदा के प्रमुख मौलाना आसिम उमर के संदेश से बदल दिया गया है। पेज पर भारतीय मुस्लिमों के नाम उमर का यह संदेश दिखाया जा रहा है। मैसेज में लिखा गया था 'आपके महासागर में तूफान क्यों नहीं आ रहा?' मौलाना आसिम उमर की ओर से भारतीय मुस्लिमों के लिए एक संदेश।'
जिहाद के लिए उकसाने की कोशिश
वेब पेज हैक होने के बाद इसके साथ 11 पेज का डॉक्यूमेंट अटैच किया गया जिस पर लिखा था, 'क्या दिल्ली की धरती शाह मुहादिथ देहल्वी को जन्म नहीं देगी जो एक बार फिर भारत के मुसलमानों को जिहाद के भूले हुए पाठ पढ़ाए और जिहाद के लिए तैयार करे।' संदेश में लोगों को जिहाद में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया था। इसमें अमेरिका और इसके सहयोगियों को 'हराने' के लिए भी मदद मांगी गई है।
गौरतलब है कि यूपी के संभल के निवासी उमर को पिछले साल कथित तौर पर अल कायदा का दक्षिण एशिया का प्रमुख बनाया गया था। उमर को सनाउल हक के नाम से भी जाना जाता है और 1992 के बाबरी ढांचा विध्वंस के बाद वह जेहादी संगठन से जुड़ा था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं