मुंबई में मेडिकल की छात्रा की खुदकुशी को लेकर अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, कही यह बात

अखिलेश यादव ने कहा कि अनुसूचित जनजाति की होनहार  डॉ. पायल तड़वी की आत्महत्या मूलत: उनकी जाति और आरक्षण पर की गई अपमानजनक शाब्दिक हिंसा का परिणाम है.

मुंबई में मेडिकल की छात्रा की खुदकुशी को लेकर अखिलेश यादव ने किया ट्वीट, कही यह बात

मेडिकल की छात्रा की खुदकुशी को लेकर अखिलेश यादव ने किया ट्वीट

खास बातें

  • जाति के आधार पर किसी को परेशान करना सही नहीं - अखिलेश यादव
  • मेडिकल छात्रा की आत्महत्या पर जताया दुख
  • मुंबई में मेडिकल की छात्रा ने किया था सुसाइड
नई दिल्ली:

मुंबई से मेडिकल की छात्रा की आत्महात्या को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक ट्वीट किया है. उन्होंने अपने ट्वीट में संविधान द्वारा दिए गए संरक्षण की बात कही. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अनुसूचित जनजाति की होनहार  डॉ. पायल तड़वी की आत्महत्या मूलत: उनकी जाति और आरक्षण पर की गई अपमानजनक शाब्दिक हिंसा का परिणाम है. ये मूलत: उनकी हत्या है और संविधान द्वारा दिए गए संरक्षण की भी. क्या यही देश की नई दिशा है? समाजवादी पार्टी प्रमुख के इस ट्वीट को महज एक घंटे में 1200 से ज्यादा लोगों ने री-ट्वीट किया है जबकि 4900 से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है.

गौरतलब है कि मुंबई के नायर अस्पताल की मेडिकल छात्रा पायल तड़वी ने कथित तौर पर अपने तीन सीनियरों की ओर से बार-बार होने वाले जातीय टिप्पणी से तंग आकर खुदखुशी कर लिया था. घरवालों का आरोप था कि अस्पताल प्रशासन से पीड़ित ने इस परेशानी के बारे में बताया भी था लेकिन कुछ नहीं हुआ.

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मुंबई के नायर अस्पताल में मई 2018 में पायल तड़वी का एडमिशन हुआ था और वो इसी अस्पताल में बतौर रेजिडेंट डॉक्टर तैनात थी. एडमिशन आरक्षित कोटे से होने के कारण उसके तीन सीनियर सहयोगी इस बात पर उसे प्रताड़ित करते थे और बार-बार इसका जिक्र भी करते थे. यह सिलसिला कई महीनों तक चला. छात्रा ने इसकी शिकायत हॉस्टल के अधिकारियों से भी की थी लेकिन हुआ कुछ नहीं. 22 मई को कथित तौर पर इस परेशानी से तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली. परिवार अब न्याय की मांग कर रहा है.

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मामले के तीन आरोपी 22 मई से ही फरार चल रहे हैं. पीड़ित के सहयोगियों के अनुसार एडमिशन के बाद से ही सीनियर लगातार रैगिंग और टॉर्चर कर रहे थे. और शिकायत के बावजूद कोई सहायता नहीं मिलने के कारण हालात और खराब हो गए. हादसे के बाद कई छात्रों ने इसके खिलाफ अस्पतालों में प्रदर्शन भी किया.

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अस्पताल के अधिकारियों ने जहां इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं तो वहीं पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ धारा 306 और एससी एसटी कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस इस मामले में छात्रा के करीबी दोस्तों से भी पूछताछ करने की तैयारी मे है. ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि इन तीन आरोपियों के अलावा कोई और भी तो उसे तंग या प्रताड़ित नहीं कर रहा था.