
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सोमवार को लोकसभा में पेश हुए नागरिकता संशोधन बिल का विरोध किया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट कर बीजेपी सरकार पर वादाखिलाफी और संविधान के अपमान करने का आरोप लगाया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा है "ना किसान की आय दुगनी हुई,ना गंगा साफ़ हुई, ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाए ना काला धन वापस लाए,ना नौकरियाँ लाए, ना बेटियों को बचा पाए ना विकास कर पाए मैंने पहले कहा था: इनकी राजनीति ध्यान हटाने और समाज बाँटने की है. #CitizenshipBill भारत का और संविधान का अपमान है."
ना किसान की आय दुगनी हुई
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 9, 2019
ना गंगा साफ़ हुई
ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाए
ना काला धन वापस लाए
ना नौकरियाँ लाए
ना बेटियों को बचा पाए
ना विकास कर पाए
मैंने पहले कहा था: इनकी राजनीति ध्यान हटाने और समाज बाँटने की है. #CitizenshipBill भारत का और संविधान का अपमान है।
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन बिल (CAB) का तमाम विपक्षी दल विरोध कर रहे हैं. कांग्रेस, RJD सहित कई दलों ने पहले ही बयान जारी कर बिल के विरोध करने का फैसला लिया था.वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि 'नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन (एनआरसी) एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. हम बंगाल में CAB के कार्यान्वयन की अनुमति नहीं देंगे. ममता बनर्जी ने अन्य राजनीतिक दलों से भी विरोध करने की अपील की थी.
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी नागरिकता (संशोधन) विधेयक (CAB) को लेकर सरकार पर हमला बोला है उन्होंने लिखा है कि यह विधेयक एक ऐसी ‘कैब' है जिसका चालक विभाजनकारी है. नागरिकता (संशोधन) विधेयक (CAB) पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को अत्याचार से बचने के लिए भारत में नागरिकता प्रदान करने के लिए है.कांग्रेस ने कहा कि संसद में वह इस विधेयक का कड़ा विरोध करेगी क्योंकि यह देश के संविधान और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों के खिलाफ है.
VIDEO:अमित शाह ने लोकसभा में पेश किया नागरिकता संशोधन बिल
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