सतारा:
सतारा की एक चीनी मिल के प्रबंध निदेशक ने हाल ही में भंग कर दिए गए महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के 48 निदेशकों के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज कराया है, जिसमें राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार का नाम भी शामिल है। इन लोगों पर बैंक के जरिए फैक्ट्री की बिक्री में फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि इस सहकारी बैंक को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस महीने के शुरुआत में भंग कर दिया था। शिकायतकर्ता के वकील राजे भोसले ने बताया कि इस मामले की सुनवाई 27 मई को होगी। जिले के कोरेगांव तहसील के चिमनगांव में स्थित गेरांदेश्वर चीनी मिल के प्रबंध निदेशक बालकृष्ण घडगे ने आरोप लगाया है कि नीलामी में बैंक के निदेशकों ने फैक्ट्री को मुंबई आधारित गुरू कोमोडिटी को 65 करोड़ रुपये में बेचने का फैसला किया था, जबकि इसकी कीमत काफी अधिक आंकी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि शर्तों का उल्लंघन करते हुए नीलामी की राशि की अदायगी में देर की गई और तय समय सीमा के अंदर बैंक में जमा नहीं की गई। हालांकि, अभी पवार की इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं मिल पाई है।
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फर्जीवाड़े, अजीत पवार