चेन्नई:
तमिलनाडु में मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम को शनिवार को तब और ताकत मिल गई जब वी के शशिकला का साथ छोड़कर अन्नाद्रमुक के एक विधायक और चार सांसद उनके साथ आ गए. वहीं अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला ने उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण कराने में हो रही देरी को लेकर राज्यपाल विद्यासागर राव पर निशाना साधा. अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला ने अपने समर्थक विधायकों से यहां स्थित रिसॉर्ट में मुलाकात की. उन्होंने रात में कहा कि राज्यपाल द्वारा उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने में विलंब ऐसा प्रतीत होता है कि ‘हमारी पार्टी में टूट को सुगम’ बनाने के लिए है.
उन्होंने इससे पहले दिन में राज्यपाल को पत्र लिखकर उनसे कहा कि वह उन्हें जल्द से जल्द शपथ ग्रहण कराने के लिए तत्काल कदम उठाए. उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थक विधायकों की परेड कराने के लिए भी तैयार हैं. शशिकला की यह नाराजगी तब आयी है जब विधायक एवं स्कूली शिक्षा मंत्री के पांडियाराजन, चार सांसद पी आर सुंदरम, के अशोक कुमार, वी सत्यभामा और वनरोजा पार्टी कार्यकर्ताओं के बढ़ते दबाव और जनभावना के बीच मुख्यमंत्री के धड़े में चले गए. वहीं पार्टी प्रवक्ता एवं एमजीआर मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे सी पोन्नैयन ने भी मुख्यमंत्री निवास पर जाकर उन्हें अपना समर्थन दे दिया. इस तरह, पनीरसेल्वम धड़े में अब उनके समेत सात विधायक हैं.
तमिलनाडु की 235 सदस्यीय विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 135 विधायक हैं. एक पूर्व मंत्री एम एम राजेंद्र प्रसाद भी मुख्यमंत्री खेमे में शामिल हो गए. नेताओं के साथ छोड़ने से विचलित शशिकला विधायकों को पाला बदलने से रोकने के प्रयास के तहत आज यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर एक रिसॉर्ट पहुंचीं जहां तीन दिनों से उन्हें (विधायकों को) रखा गया है. शशिकला गत पांच फरवरी को अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुनी गयी थीं.
विधायकों के साथ शशिकला की भेंट के बाद पार्टी के अध्यक्ष मंडल के अध्यक्ष के. ए. सेंगोतैयां ने संवाददाताओं से कहा कि विधायकों ने उनके मुख्यमंत्री बनने तक उनका समर्थन करने का संकल्प लिया है. सरकार बनाने का दावा करने के 48 घंटे बाद भी राज्यपाल द्वारा कोई फैसला नहीं करने पर शशिकला ने आज रात कहा, ‘‘हमने आज तक इंतजार किया, कल हम अलग तरह से विरोध करेंगे.’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने इससे पहले दिन में राज्यपाल को पत्र लिखकर उनसे कहा कि वह उन्हें जल्द से जल्द शपथ ग्रहण कराने के लिए तत्काल कदम उठाए. उन्होंने कहा कि वह अपने समर्थक विधायकों की परेड कराने के लिए भी तैयार हैं. शशिकला की यह नाराजगी तब आयी है जब विधायक एवं स्कूली शिक्षा मंत्री के पांडियाराजन, चार सांसद पी आर सुंदरम, के अशोक कुमार, वी सत्यभामा और वनरोजा पार्टी कार्यकर्ताओं के बढ़ते दबाव और जनभावना के बीच मुख्यमंत्री के धड़े में चले गए. वहीं पार्टी प्रवक्ता एवं एमजीआर मंत्रिमंडल का हिस्सा रहे सी पोन्नैयन ने भी मुख्यमंत्री निवास पर जाकर उन्हें अपना समर्थन दे दिया. इस तरह, पनीरसेल्वम धड़े में अब उनके समेत सात विधायक हैं.
तमिलनाडु की 235 सदस्यीय विधानसभा में अन्नाद्रमुक के 135 विधायक हैं. एक पूर्व मंत्री एम एम राजेंद्र प्रसाद भी मुख्यमंत्री खेमे में शामिल हो गए. नेताओं के साथ छोड़ने से विचलित शशिकला विधायकों को पाला बदलने से रोकने के प्रयास के तहत आज यहां से करीब 100 किलोमीटर दूर एक रिसॉर्ट पहुंचीं जहां तीन दिनों से उन्हें (विधायकों को) रखा गया है. शशिकला गत पांच फरवरी को अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुनी गयी थीं.
विधायकों के साथ शशिकला की भेंट के बाद पार्टी के अध्यक्ष मंडल के अध्यक्ष के. ए. सेंगोतैयां ने संवाददाताओं से कहा कि विधायकों ने उनके मुख्यमंत्री बनने तक उनका समर्थन करने का संकल्प लिया है. सरकार बनाने का दावा करने के 48 घंटे बाद भी राज्यपाल द्वारा कोई फैसला नहीं करने पर शशिकला ने आज रात कहा, ‘‘हमने आज तक इंतजार किया, कल हम अलग तरह से विरोध करेंगे.’’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
ओ पन्नीरसेल्वम, वीके शशिकला, पन्नीरसेल्वम बनाम शशिकला, तमिलनाडु की राजनीति, Panneerselvam, VK Sasikala, Panneerselvam Vs Sasikala, Tamil Nadu Chief Minister