कोर्ट के आदेश के बाद पेड़ों की कटाई शुरू, बीजेपी-शिवसेना में मतभेद, कई प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए, पढ़ें 10 बड़ी बातें

बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने के लिए 2702 पेड़ों को काटे जाने के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करने के बाद शुक्रवार रात 8 बजे से ही पेड़ों को काटना शुरू कर दिया गया.

कोर्ट के आदेश के बाद पेड़ों की कटाई शुरू, बीजेपी-शिवसेना में मतभेद, कई प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए, पढ़ें 10 बड़ी बातें

कोर्ट के आदेश के बाद आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई शुरू

नई दिल्ली: मुंबई के आरे में पेड़ों की कटाई जारी है.पेड़ों को काटने का काम कल रात को शुरू किया गया है.जैसे ही पेड़ों की कटाई का काम शुरू हुआ लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया.जिसके बाद पुलिस ने देर रात इन लोगों को हिरासत में ले लिया गया.हिरासत में कई महिलाओं को भी हिरासत में लिया गया. इसके बाद पूरी रात पेड़ों की कटाई हुई है.सुबह भी लोग प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं लेकिन लोगों को पुलिस ने आरे के बाहर रोक दिया है.आरे की ओर जाने वाले रास्तों पर पुलिस ने नाकेबंदी कर दी गई है. लोगों को इस इलाके में आने से रोका जा रहा है.आरे और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है.आरे के आसपास धारा 144 लगाई दी गई है. सामाजिक कार्यकर्ता योगेन्द्र यादव ने भी आरे में पेड़ों की कटाई शुरू होने का विरोध किया साथ ही स्थति को चिंताजनक बताया है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि ऐसे समय में जब जलवायु परिवर्तन से होने वाले गंभीर संकट सामने दिख रहे हैं. जब महाराष्ट्र सरकार की ओर पेड़ों को काटने और मेट्रो शेड के लिए दूसरी जगह न देखने की ज़िद काफी डराने वाली है ये पृथ्वी को लेकर एक अदूरदर्शिता है जो आगे हमे परेशान करेगी.

10 बड़ी बातें

  1. पेड़ काटने के खिलाफ जहां लोगों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया तो वहीं बॉलीवुड अभिनेत्री दिया मिर्ज़ा और नेता जिग्नेश मेवानी ने इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर आवाज़ उठाई.

  2. अदालत की ओर से आरे कॉलोनी को बचाने के लिए दायर चारों याचिकाओं को बॉम्बे हाईकोर्ट से खारिज किए जाने के बाद अब याचिकाकर्ता जल्द ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.

  3. कांग्रेस नेता जयराम रमेश (Jairam ramesh) मंगलवार को आरे कॉलोनी पहुंचे और पेड़ों को बचाने की बात कही थी.

  4. ट्री कमेटी की ओर से पेड़ों को काटने की अनुमति देने के बाद अदालत में इस मामले पर याचिका दायर की गई थी.

  5. इस मामले में केंद्र और राज्य में सत्ता में एक साथ शिवसेना और बीजेपी का रुख अलग है.

  6. बीजेपी विकास के पक्ष में नज़र आ रही है तो वहीं शिवसेना पर्यावरण के पक्ष में है.

  7. बीते काफी दिनों से आरे कॉलोनी में जंगल काटने को लेकर विरोध हो रहा है. सरकार वहां मेट्रो कार शेड बनाना चाहती है. 

  8. पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि आरे में कारशेड की योजना ज़मीन हड़पने के लिए है.

  9. कुछ समय पहले ही मेट्रो शेड से अलग आरे कॉलोनी में अंतरराष्ट्रीय दर्जे का चिड़ियाघर बनाने के लिए बीएमसी, वन विभाग और राज्य सरकार के बीच करार हुआ था.

  10. करार के मुताबिक आरे कॉलोनी की 120 एकड़ जमीन पर 500 करोड़ की लागत से चिड़ियाघर बनाया जाएगा.