महाराष्ट्र के नासिक जिले में कोरोनावायरस से स्थिति खराब है. यहां अस्पताल में ऑक्सीजन सिलिंडर ही खत्म हो रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि वेंटिलेटर पर मरीजों के लिए भी ऑक्सीजन की व्यवस्था नहीं हो पा रही है और बस अगले कुछ घंटों के लिए ऑक्सीजन बचा हुआ है. निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों को बुलाकर दूसरे जगह शिफ्ट करने की मांग अस्पताल प्रशासन की ओर से की जा रही है, लेकिन कहीं भी ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है.
नासिक के सुविचार अस्पताल में 6 मरीज वेंटिलेटर पर हैं जिनके लिए केवल आज शाम तक का ऑक्सीजन स्टॉक मौजूद है, परिवारवालों को नहीं पता कि क्या किया जाना चाहिए. अस्पताल परिजनों से मरीज को कहीं और ले जाने को कह रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि वो ऑक्सीजन का इंतजाम कर रहे हैं लेकिन कहीं उपलब्ध नहीं है.
एक मरीज के अटेंडेंट से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बताया कि उनकी मां पिछले 17 दिनों से भर्ती हैं और फिलहाल वेंटिलेटर पर हैं. डॉक्टरों ने उनसे कह दिया है कि वो मरीज के लिए बस आज शाम तक के लिए ही ऑक्सीजन बची है. लेकिन वो अपनी मां को कहीं और एडमिट नहीं करा पा रहीं.
बता दें कि नासिक में कोरोना के उपचार में इस्तेमाल होने वाली दवा REMDESIVIR का स्टॉक भी खत्म होने की जानकारी है. गुरुवार को यहां सीबीएस रोड पर सुबह 4 बजे से ही लोग लाइन लगाकर यह दवा खरीदने की कोशिश कर रहे थे, हालांकि, जिस मेडिकल शॉप पर वो खड़े थे, वहां भी आज बोल दिया गया है कि यहां दवा खत्म हो चुकी है. यहां पर दवा लेने के लिए 40 से 50 किलोमीटर दूर से लोग आए थे क्योंकि यह दवा कहीं नहीं मिल रही है.
उधर महाराष्ट्र में कोविड वैक्सीन की शॉर्टेज की बात भी कही जा रही है. बुधवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि राज्य में बस तीन दिनों के लिए वैक्सीन का स्टॉक बचा है.
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