Satna:
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताते हुए कहा है कि बीजेपी में परिवारवाद नहीं है, इसलिए प्रधानमंत्री पद सहित सभी महत्वपूर्ण निर्णय पार्टी द्वारा लिए जाते हैं। भ्रष्टाचार और काला धन के खिलाफ तथा देश में सुशासन की स्थापना के लिए अपनी जनचेतना यात्रा पर निकले आडवाणी ने कहा, मैं प्रधानमंत्री पद की दौड़ में नहीं हूं। चूंकि हमारे यहां परिवारवाद नहीं है, इसलिए इस प्रकार के सभी निर्णय पार्टी में विचार-विमर्श के बाद सबकी सहमति से लिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि परिवारवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उनकी यात्रा की तैयारी के लिए सतना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पार्टी द्वारा पत्रकारों को रुपये बांटने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन जब आप यह बता रहे हैं, तो प्रदेश अध्यक्ष प्रभात झा को इसकी जांच करने को कहा जाएगा। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह, लोकपाल विधेयक के दायरे में प्रधानमंत्री को भी लाए जाने के पक्ष में हैं। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि वह बीजेपी शासित राज्यों के साथ भेदभाव बरत रही है, जबकि राजग सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस शासित राज्यों से कभी भेदभाव के आरोप नहीं लगे थे। उन्होंने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसकी प्राथमिकता में आम आदमी की तरक्की और जनकल्याणकारी कार्यक्रम हैं। इस सरकार ने भ्रष्टाचार को सबसे बड़ा मुद्दा मानते हुए आय से अधिक संपत्ति रखने वाले लोक सेवकों के खिलाफ कानून बनाया है, लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक इस पर अपनी सहमति नहीं दी है। इसके अलावा उसके पास गौवंश रक्षा एवं मकोका जैसा कानून भी काफी समय से लंबित है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष प्रभात झा एवं अन्य पार्टी नेताओं के साथ आडवाणी की रथयात्रा यहां से मैहर होकर उमरिया के लिए रवाना हो गई।
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