यह ख़बर 14 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भाजपा एवं एआईएडीएमके राष्ट्रपति चुनाव पर सहयोग करेंगे : आडवाणी

खास बातें

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री एवं अन्ना एआईएडीएमके प्रमुख जे जयललिता ने राष्ट्रपति चुनावों के मसले पर प्रयास साझा करने का निश्चय किया है।
चेन्नई:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री एवं अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) प्रमुख जे जयललिता ने राष्ट्रपति चुनावों के मसले पर प्रयास साझा करने का निश्चय किया है।

गुरुवार को राज्य सचिवालय में जयललिता के साथ चली लगभग 30 मिनट की बैठक के बाद आडवाणी ने पत्रकारों को बताया कि दोनों लोगों ने अगले राष्ट्रपति के मुद्दे पर विस्तृत चर्चा की।

आडवाणी ने कहा, "बैठक में इस बात पर सहमति व्यक्ति की गई कि यदि हम इस मुद्दे पर एक दूसरे के सम्पर्क में रहें और प्रयासों के विषय में जानकारी दें तो ठीक रहेगा।"

पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने जयललिता को बताया है कि राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर विचार करने के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की बैठक शुक्रवार को होगी। उन्होंने कहा कि जयललिता के साथ बैठक में सभी सम्भावित नामों पर चर्चा हुई।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पी.ए. संगमा को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन देने के जयललिता के फैसले पर आडवाणी ने कहा कि तमिलनाडु की मुख्यमंत्री ने इस घोषणा के बाद उन्हें फोन पर फैसले की जानकारी दी थी।

आडवाणी ने कहा कि संगमा ने उनसे भी मुलाकात की थी लेकिन उन्होंने इसके विषय में विस्तृत विवरण नहीं दिया। आडवाणी ने केंद्र में सत्तारुढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की प्रमुख घटक कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव का प्रबंधन इतने अनाड़ीपन से करते हुए किसी भी सरकार को नहीं देखा था।

संप्रग की घटक तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने समाजवादी पार्टी (सपा) मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर राष्ट्रपति पद के सम्भावित उम्मीदवारों के रूप में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम आजाद, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का नाम आगे बढ़ाया था। यह घोषणा एक तरह से कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित दोनों उम्मीदवारों केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी एवं उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को खारिज करना था। यद्यपि कांग्रेस ने ममता के प्रस्ताव पर गुरुवार को कड़ी प्रक्रिया व्यक्त की।

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जयललिता ने भी कांग्रेस पर राष्ट्रपति चुनाव के मसले पर अपरिपक्वता का परिचय देने का आरोप लगाया। आडवाणी गृह मंत्रालय पर संसद की स्थायी समिति की सदस्य के तौर पर कलपक्कम स्थित परमाणु संयंत्र, चेन्नई पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड, चेन्नई बंदरगाह एवं हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए आए थे।