आम आदमी पार्टी की नेता अंजलि दमानिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि अंजलि पार्टी के कामकाज के तरीके से खुश नहीं थीं।
उन्होंने लिखा है कि अरविंद केजरीवाल उनके बड़े भाई जैसे हैं और वह अरविंद का सम्मान करती हैं। अंजलि दमानिया ने नागपुर से नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ा था। गडकरी ने उन्हें करीब तीन लाख वोटों से हराया था।
अंजलि दमानिया ने अपने इस्तीफे में आप पार्टी के सहयोगियों को लिखा है कि मेरे इस अचानक निर्णय के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। प्यारे साथियों, मैं भरे दिल से 'आप' के साथ नाता तोड़ रही हूं। मैं अरविंद केजरीवाल का बहुत सम्मान करती हूं। वह मेरे बड़े भाई जैसे हैं। और सभी से प्रार्थना है कि मेरे इस्तीफे को लेकर किसी तरह की राजनीति षडयंत्र की धारणाएं न बनाएं।
मैंने अपने मूल्यों को लेकर कभी समझौता नहीं किया और न ही कभी करूंगी। मैं मीडिया से भी प्रार्थना करती हूं कि मेरी निजता की ख्याल रखें। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी को शुभकामनाएं दीं।
उल्लेखनीय है कि अंजलि दमानिया तब सुर्खियों में आई थीं जब उन्होंने तत्कालीन बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सिंचाई घोटाले को दबाने का आरोप लगाया था। उनका कहना था कि शरद पवार से नजदीकियों के चलते उन्होंने ऐसा किया।
गौरतलब है कि 2014 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, लेकिन पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। अंजलि, मयंक, मेधा पाटकर तथा विजय पंढारे सहित पार्टी के कई सीनियर नेता चुनाव हार गए।
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