कोविड-19 महामारी के कारण देशभर में लॉकडाउन के बीच पांच साल से कम उम्र के करीब 50 प्रतिशत बच्चों के माता-पिता उन्हें टीके नहीं लगवा सके हैं. एनजीओ क्राई के एक अध्ययन में यह बात सामने आई है. चाइल्ड राइट्स एंड यू (क्राई) ने 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ऑनलाइन अध्ययन किया और बच्चों पर महामारी के विभिन्न प्रभावों के बारे में बातचीत की. लॉकडाउन के पहले और दूसरे चरण में सर्वेक्षण कराया गया. देशभर से करीब 1,100 माता-पिता ने इसमें भाग लिया और सवालों के जवाब दिए.
अध्ययन के अनुसार देश के सभी क्षेत्रों में टीकाकरण अभियान को बड़ा झटका लगा है और उत्तरी राज्यों में जिन लोगों ने सर्वे में भाग लिया उनमें 63 प्रतिशत ने टीका नहीं लगवा पाने की बात कही. सर्वेक्षण के निष्कर्ष के अनुसार केवल आधे अभिभावक (51 प्रतिशत) अपने पांच साल से छोटे बच्चों को आवश्यक टीके लगवा पाए.
बता दें कि देश में कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. यहां Covid-19 संक्रमितों का कुल आंकड़ा बढ़कर 70,000 के पार पहुंच गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोनावायरस से अब तक 2293 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि संक्रमितों की संख्या 70,756 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3604 नए मामले सामने आए हैं और 87 लोग इसकी वजह से जान गंवा चुके हैं. इस बीमारी से अब तक 22,455 मरीज ठीक हो चुके हैं. वहीं, रिकवरी रेट लगातार सुधर कर 31.73 प्रतिशत पर पहुंच गया है. कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लगाया गया है, जो 17 मई तक प्रभावी रहेगा.
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