
मुंबई के विलेपार्ले पश्चिम का मामला.
मुंबई:
विलेपार्ले पश्चिम में नेहरू नगर बस्ती में रहने वाली राजो देवी पोद्दार के जनधन खाते की पासबुक में 3 लाख 50 हजार की इंट्री आने से वह बैंक में पैसे निकालने गई. वहां उन्हें पता चला कि उनके बैंक एकाउंट में एक भी रुपया नहीं है. राजो देवी कहना है कि मैनेजर ने उनपर ही आरोप लगाया और एटीएम कार्ड के लिए भरे फॉर्म को फाड़ दिया.
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2 साल में एक भी रुपया जमा नहीं कराया
राजो देवी ने पिछले 2 साल में एक भी रुपया जमा नहीं किया था. इस महीने के शुरू में 2 हजार का चेक जमा करने गई थी, तब उन्होंने पासबुक इंट्री करवाई जिसमें 3 लाख 50 हजार रुपये का बैलेंस छपकर आया. इस संबंध में देना बैंक की सहायक मैनेमेंजर ने कैमरे पर बात करने से तो इंकार कर दिया, लेकिन अपनी सफाई में यह जरूर बताया कि दूसरे के अकॉउंट की जानकारी गलती से इनके पासबुक में छप गई थी. हकीकत में उनके अकॉउंट में एक भी रुपये नहीं है.
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2 साल में एक भी रुपया जमा नहीं कराया
राजो देवी ने पिछले 2 साल में एक भी रुपया जमा नहीं किया था. इस महीने के शुरू में 2 हजार का चेक जमा करने गई थी, तब उन्होंने पासबुक इंट्री करवाई जिसमें 3 लाख 50 हजार रुपये का बैलेंस छपकर आया. इस संबंध में देना बैंक की सहायक मैनेमेंजर ने कैमरे पर बात करने से तो इंकार कर दिया, लेकिन अपनी सफाई में यह जरूर बताया कि दूसरे के अकॉउंट की जानकारी गलती से इनके पासबुक में छप गई थी. हकीकत में उनके अकॉउंट में एक भी रुपये नहीं है.
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