सूत्रों के अनुसार, इन ट्रकों में भरे रुपयों को गुजरात मेल से गुजरात भेजा जा रहा था हालांकि अब तक मिली खबरों के मुताबिक, बरामद की गई रकम 200 करोड़ रुपये से ज्यादा भी हो सकती है।
                                            
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                                                                                मुंबई: 
                                        राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और आयकर विभाग ने मुम्बई में सोमवार रात कुरियर के जरिये भेजी जा रही नकदी, सोने और हीरे के जेवरात जब्त किए हैं। इसकी कीमत 200 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी है।  
यह अपने तरह का अब तक का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है।
आयकर विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यह नकदी और जेवरात 150 थैलों में थे, जिन्हें चार टैम्पो में ले जाया जा रहा था। जांचकर्ताओं को इसमें आतंकवादियों की संलिप्तता नजर आ रही।
इस संबंध में स्थानीय स्तर प 'अंगड़िया' के नाम से प्रचलित संदेशवाहकों सहित 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है और दोनों एजेंसियों ने मंगलवार सुबह शुरुआती पूछताछ के बाद 20 लोगों को छोड़ दिया।
एक सप्ताह पूर्व मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया गया। इसमें बड़ी मात्रा में धन के इस्तेमाल को देखते हुए एनआईए ने आयकर विभाग की मदद ली।
इस धन के आतंकवादियों तक पहुंचने से इनकार नहीं किया जा रहा और हिरासत में लिए गए लोगों से एनआईए अलग-अलग पूछताछ कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि मुम्बई स्थित आयकर विभाग के मुख्यालय में धनराशि की गिनती किए जाने के अलावा जेवरातों की कीमत आंकी जा रही है और इनकी सही कीमत का पता एक या दो दिन में लगेगा।
                                                                        
                                    
                                यह अपने तरह का अब तक का सबसे बड़ा अभियान माना जा रहा है।
आयकर विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यह नकदी और जेवरात 150 थैलों में थे, जिन्हें चार टैम्पो में ले जाया जा रहा था। जांचकर्ताओं को इसमें आतंकवादियों की संलिप्तता नजर आ रही।
इस संबंध में स्थानीय स्तर प 'अंगड़िया' के नाम से प्रचलित संदेशवाहकों सहित 47 लोगों को हिरासत में लिया गया है और दोनों एजेंसियों ने मंगलवार सुबह शुरुआती पूछताछ के बाद 20 लोगों को छोड़ दिया।
एक सप्ताह पूर्व मिली गुप्त सूचना के आधार पर यह अभियान चलाया गया। इसमें बड़ी मात्रा में धन के इस्तेमाल को देखते हुए एनआईए ने आयकर विभाग की मदद ली।
इस धन के आतंकवादियों तक पहुंचने से इनकार नहीं किया जा रहा और हिरासत में लिए गए लोगों से एनआईए अलग-अलग पूछताछ कर रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि मुम्बई स्थित आयकर विभाग के मुख्यालय में धनराशि की गिनती किए जाने के अलावा जेवरातों की कीमत आंकी जा रही है और इनकी सही कीमत का पता एक या दो दिन में लगेगा।
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