World AIDS DAY 2019: सबसे पहले किसे हुआ HIV संक्रमण, जानें इतिहास, एड्स डे मानाने का उद्देश्य और थीम

World AIDS DAY 2019: एड्स एक खतरनाक बीमारी है. एड्स की बीमारी का काफी देर बाद पता चलता है और मरीज भी एचआईवी टेस्ट के प्रति सजग नहीं रहते, इसलिए अन्य बीमारी का भ्रम बना रहता है. एचआइवी संक्रमण को एड्स की स्थिति तक पहुंचने में आठ से दस साल या कभी-कभी इससे भी अधिक वक्त लग सकता है.

World AIDS DAY 2019: सबसे पहले किसे हुआ HIV संक्रमण, जानें इतिहास, एड्स डे मानाने का उद्देश्य और थीम

World AIDS Day: जानें इस साल क्या है थीम

खास बातें

  • एड्स के लक्षण (Symptoms Of AIDS) काफी मामूली होते हैं.
  • एड्स डे मनाने का उद्देश्य HIV संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करना है.
  • जानें एड्स का इतिहास, लक्षण और इस साल की थीम.

World AIDS DAY 2019: एड्स एक खतरनाक बीमारी है. एड्स की बीमारी का काफी देर बाद पता चलता है और मरीज भी एचआईवी टेस्ट के प्रति सजग नहीं रहते, इसलिए अन्य बीमारी का भ्रम बना रहता है. एचआइवी संक्रमण को एड्स की स्थिति तक पहुंचने में आठ से दस साल या कभी-कभी इससे भी अधिक वक्त लग सकता है. विश्व एड्स दिवस 2019 को मनाने का उद्देश्य एचआईवी (HIV) संक्रमण के प्रति लोगों को जागरूक करना है. एड्स के लक्षण (Symptoms Of AIDS) काफी मामूली होते हैं. एड्स का पूरा नाम है 'एक्वायर्ड इम्यूनो डिफिशिएंसी सिंड्रोम' क्या आपको इस रोग का इतिहास पता है यह कैसे और कहां से फैला. अगर नहीं तो हम यहां बताएंगे एड्स का इतिहास (History Of AIDS) और एड्स डे मनाने का उद्देश्य वर्ल्ड एड्स डे 2019 की थीम (Theme). शुरुआती दौर में विश्व एड्स दिवस को सिर्फ बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था. जबकि एचआईवी संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है. 

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एड्स का इतिहास | History Of AIDS

19वीं सदी में सबसे पहले अफ्रीका के खास प्रजाति के बंदरों में एड्स का वायरस मिला. माना जाता है कि बंदरों से यह रोग इंसानों में फैला है. सबसे पहले 1920 में यह बीमारी अफ्रीका के कॉन्गो की राजधानी किंसास में फैली थी. 1959 में कांगो के एक बीमार आदमी के खून के नमूने में सबसे पहले एचआईवी वायरस मिला था. माना जाता है कि वह पहला HIV संक्रमित व्यक्ति था. 

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वर्ल्ड एड्स डे मनाने का उद्देश्य

वर्ल्ड एड्स डे मनाने का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली महामारी एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है. एड्स वर्तमान युग की सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है. यूनिसेफ की रिपोर्ट की मानें तो 36.9 मिलियन लोग एचआईवी के शिकार हो चुके हैं. जबकि भारत सरकार द्वारा जारी किए गए आकड़ों के अनुसार भारत में एचआईवी (HIV) के रोगियों की संख्या लगभग 2.1 मिलियन बताई जा रही है.

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World AIDS DAY 2019: यहां जानें क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड एड्स डे

एचआईवी के लक्षण

-बुखार
-पसीना आना
-ठंड लगना
-थकान
-भूख कम लगना
-वजन घटा
-उल्टी आना

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-गले में खराश रहना
-दस्त होना
-खांसी होना
-सांस लेने में समस्‍या
-शरीर पर चकत्ते होना

वर्ल्ड एड्स डे 2019 की थीम

इस बार वर्ल्ड एड्स डे 2019 की थीम कम्युनिटीज मेक द डिफरेंस रखी गई है. जबकि साल 2018 में वर्ल्ड एड्स डे की थीम' अपनी स्थिति जानें' था. जिसका मतलब था कि हर इंसान को अपने एचआईवी स्टेटस की जानकारी होनी चाहिए.

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