Heart Attack Recovery : हार्ट अटैक के बाद जल्दी रिकवरी के लिए बरतें ये सावधानियां

World Heart Day 2019: एक बार हार्ट अटैक (Heart Attack) झेल चुके हृदय के मरीजों को अत्यन्त सावधानी के साथ अपनी जीवन शैली में ऐसे बदलाव अपनाने चाहिये जिससे दूसरी बार अटैक से बचे रहें.

Heart Attack Recovery : हार्ट अटैक के बाद जल्दी रिकवरी के लिए बरतें ये सावधानियां

World Heart Day 2019: हार्ट अटैक (Heart Attack) के बाद जल्दी रिकवरी के लिए बरतें ये सावधानियां.

खास बातें

  • हार्ट अटैक के मरीज को कोलेस्ट्रॉल पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है.
  • दूसरी बार हार्ट अटैक के खतरे को इन 6 सावधानियों से रोका जा सकता है
  • हेल्दी फूड को करें अपनी डाइट में शामिल.

World Heart Day 2019:  एक बार हार्ट अटैक (Heart Attack) झेल चुके हृदय के मरीजों को अत्यन्त सावधानी के साथ अपनी जीवन शैली में ऐसे बदलाव अपनाने चाहिये जिससे दूसरी बार अटैक (Heart Attack) से बचे रहें. हार्ट अटैक के इलाज के बाद मरीज को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. बदलती जीवनशैली, खानपान की गलत आदतें, जरूरत से ज्यादा तनाव (stress) और एक्‍सरसाइज (Exercise) की कमी के कारण दिल संबंधी रोगों (Heart Disease) में तेजी से वृद्धि हो रही है. दिल, मांसपेशियों से बना अंग है जो शरीर के विभिन्न अंगों में ब्लड की पम्पिंग करता है. दिल की ब्लड सर्कुलेटर धमनियों में जब रूकावट आती है तो उस हिस्से में खून का संचार ना होने से मांसपेशियां डेड होने लगती है, जिससे दिल की फंक्शनिंग में दिक्कत आती है.

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हार्ट अटैक के इलाज के बाद सावधानियां (Precautions after treatment for heart attack):

एक बार हार्ट अटैक झेल चुके हृदय के मरीजों को काफी सावधानी के साथ अपनी जीवन शैली में ऐसे बदलाव अपनाने चाहिये जिससे दूसरी बार अटैक से बचे रहें. हार्ट अटैक के इलाज के बाद मरीज को कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. खासकर दवाइयों को नियमित रूप से लेना जरूरी है. इसके अलावा जिसके कारण हार्ट अटैक हुआ था, उसे नियंत्रित करना चाहिए.

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क्या करें अटैक आने के बाद | What to Do After a Heart Attack

अटैक आने के तुरंत बाद जीभ के नीचे एस्पिरिन की एक गोली रखने से भी जोखिम काफी कम हो सकता है. इसके बाद तुरंत डॉक्टर के पास जाएं क्योंकि हार्ट अटैक के 1-6 घंटों को बहुत जरूरी होते हैं. अगर शुरूआत के घंटों में इलाज हो जाता है तो दिल को होने वाले नुकसान को काफी कम किया जा सकता है. लोगों की सलाह पर कोई दवाई न लें. इसके साथ-साथ समय के साथ हार्ट अटैक के लक्षणों में आ रहे बदलावों को समझना भी काफी जरूरी होता है. सामान्य लोगों से उलट ज्यादातर डायबिटिक लोगों में हार्ट अटैक आने पर सीने में दर्द होने की बजाय सांस फूलने, घबराहट, छाती में भारीपन, चक्कर आना तथा जबड़े में जकड़न जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.

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1. कोलेस्‍ट्रॉल को कंट्रोल करें ( Control Cholesterol):

कोलेस्ट्रॉल को अपने दिल के करीब न फटकने दें. बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल से दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बना रहता है. इसलिए हाई ब्लड प्रेशर और बढ़े कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करन के लिए दवाइयों और डाइट पर ध्यान देने काफी जरूरी हैं.

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2. धूम्रपान हो सकता है खतरनाक (Smoking can be dangerous):

धूम्रपान बिलकुल न करें. दौरा पड़ने के बाद जो मरीज धूम्रपान फिर से शुरू कर देते हैं उनके साल भर फिर से हार्ट अटैक होने का खतरा हो सकता है.

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3. दिल की सेहत के लिए ड्राई फूड को शामिल करें | Nuts and your hear

मेवे हार्ट अटैक के बाद आपके आहार में शामिल किए जाने वाले जरूरी तत्वों में से एक है. असल में यह आपके खून में वसा को संतुलित बनाए रखने में अहम रोल अदा करता है. मेवों की यही खूबी हानिकारक कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल में कर सकती है. खास बात यह है कि नट्स में पोषक तत्वों की भरमार होती है. इसमें मैगनीशियम, विटामिन ई, फाइबर और पोटेशियम भरपूर मात्रा में होते हैं, जो दिल के लिए अच्छे माने जाते हैं.

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4. दिल की सेहत के लिए जैतून के तेल का इस्‍तेमाल | Olive Oil and a Healthy Heart

खाने में तेल के इस्तेमाल से ब्लॉकेज तेजी से बढ़ता है, इसलिए तेल कम-से-कम इस्तेमाल करें. वैसे भी, तेल में अपना कोई स्वाद नहीं होता. अगर आपको तेल का इस्‍तेमाल करना ही हैं तो जैतून के तेल का इसेतमाल करें. जैतून के तेल में फैटी एसिड की प्रचुर मात्रा होती है जो हार्ट रोग का खतरा कम सकती है.

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World Heart Day: हार्ट अटैक से बचने के लिए जैतून के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए. 

5. दिल की सेहत के लिए शुगर को नियंत्रित रखें | Controlling Blood Sugar is Important for Heart Health

शुगर के रोगियों में धमनियों में ब्लड का थक्का बनने की संभावना काफी अधिक होती है. अगर मरीज को शुगर है तो शुगर को कंट्रोल करने वाली दवा लेना बहुत जरूरी होता है.

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6. दिल की सेहत के लिए वजन पर रखें कंट्रोल | Does Weight Loss Help Heart?

मोटापा भी ब्लॉकेज बढ़ा सकता है. इसलिए अपनी उम्र और लंबाई के हिसाब से अपने वैट को कंट्रोल करें. रोजाना एक्सरसाइज करना भी है जरूरी. 

हार्ट अटैक के बाद इन सब बातों को ख्‍याल रख कर और तली-भूनी चीजों और नमक का कम सेवन, नियमित रूप से आधे घंटे तक वॉक, योग, व्यायाम और खाने में रेशेदार चीजों को शामिल कर आप आसानी से दूसरी बार आने वाले अटैक के खतरे से बचे रह सकते हैं.

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