Best Anti Viral Home Remedies: हमारे आसपास ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं जो वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) को दूर रखने में मददगार हो सकती है. ज्यादातर लोगों को इनके बारे में पता नहीं होता है. ये एंटी वायरल जड़ी-बूटियां (Anti Viral Herbs) कई संक्रामक बीमारिययों से बचाव करने के लिए जानी जाती है. की प्रकार के वायरस (Virus) हैं जो सामान्य सर्दी, फ्लू, (Cold-Flu) हेपेटाइटिस, मोनोन्यूक्लिओसिस और एचआईवी जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं. एक वायरस एक छोटा संक्रामक (Infection) एजेंट होता है जो केवल एक जीवित कोशिका के अंदर सभी रूपों को संक्रमित कर सकता है. वायरल संक्रमण ज्यादातर मौसमी होते हैं और अक्सर उचित दवा के साथ इनका इलाज किया जाता है.
कुछ जड़ी-बूटियां (Herbs) हैं, जिनमें एंटीवायरल गुण (Antiviral Properties) होते हैं और जब आप मौसम के बदलाव के समय में होते हैं, तो इन इन आयुर्वेदिक एंटी वायरल जड़ी बूटियों (Ayurvedic Anti Viral Herbs) को मॉडरेशन में सेवन कर कई गंभीर रोगों को भी दूर रख सकते हैं. बशर्ते आपको सिर्फ एंटी वायरल हर्ब्स के बारे में जानने की जरूरत है कि इन्हें आप कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं...
ये हैं 6 शानदार एंटी वायरल जड़ी-बूटियां | Here Are 6 Great Anti Viral Herbs
1. चुलसी (Basil)
तुलसी को कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है. तुलसी में एंटीवायरल और एंटी इफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो कई वायरल संक्रमणों से लड़ने में मदद कर सकते हैं. एक अध्ययन से पता चला है कि तुलसी में एपिगेनिन और ओर्सोलिक एसिड जैसे यौगिक होते हैं, जो दाद, हेपेटाइटिस बी और एंटरोवायरस पर प्रभावी हो सकते हैं. तुलसी की चाय या काढ़ा इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है.
Anti Viral Home Remedies: तुलसी में कई एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं
2. सौंफ के बीज (Fennel seeds)
सौंफ का सेवन पेट के लिए फायदेमंद माना जाता है. इसे माउथ फ्रेशनर के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है. सौंफ के बीज का मुख्य यौगिक ट्रांस-एनेथोल है, जो हर्पीस वायरस के खिलाफ शांत प्रभावी पाए जाते हैं. सौंफ के छोटे बीज भी आपकी इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के साथ शरीर में सूजन को कम करने में मददगार हो सकते हैं.
3. अदरक (Ginger)
अगरक को कई वायरल इंफेक्शन को दूर करने के लिए जाना जाता है. अदरक में प्रभावशाली एंटीवायरल, जीवाणुरोधी और एंटी इफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो कई बीमारियों से बचाव करते हैं. अध्ययनों से पता चलता है कि यह जड़ी बूटी एवियन इन्फ्लूएंजा, आरएसवी और फेलिन कैलीवायरस (एफसीवी) में प्रभावी हो सकती है. अदरक में जिंजरोल और जिंजेरोन जैसे यौगिक होते हैं जो वायरस के विकास को रोकने में आपकी मदद कर सकते हैं.
4. लहसुन (Garlic)
लहसुन में भी कई एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं. लहसुन एक सुपरफूड है और इसका उपयोग विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए दवाएं तैयार करने के लिए भी किया जाता है. अध्ययन बताते हैं कि लहसुन इन्फ्लूएंजा ए और बी, एचआईवी, एचएसवी -1, वायरल निमोनिया, और राइनोवायरस के खिलाफ प्रभावी हो सकता है. लहसुन का सेवन कर आप इम्यून सिस्टम भी बूस्ट कर सकते हैं.
5. सेज (Sage)
सेज टकसाल फेमिली की एक सुगंधित पारंपरिक जड़ी बूटी है, जिसका इस्तेमाल लंबे समय से वायरल संक्रमण के इलाज के लिए किया जाता रहा है. इस जड़ी बूटी के पत्तों और तने में सेफिनोलाइड नामक एक यौगिक होता है, जिसमें एंटीवायरल गुण होते हैं. इस जड़ी बूटी का उपभोग करने का सबसे अच्छा तरीका इसकी चाय पीना है.
कैसे करें इन हर्ब्स का सेवन | How To Consume These Herbs
आप इन सभी एंटी वायरल हर्ब्स से चाय बना सकते हैं या विसारक में जरूरी तेल की कुछ बूंदें मिलाकर इसका उपयोग कर सकते हैं. इनका सेवन कर कई स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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