Diwali 2019: अस्थमा के मरीजों को दिवाली के मौके पर कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए.
खास बातें
- दिवाली 27 अक्टूबर को है.
- अस्थमा से परेशान लोगों को तो दिवाली के दौरान बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है.
- अस्थमा के मरीज कैसे पटाखों और प्रदूषण से बच सकते हैं.
Diwali Health Tips In Hindi: दिवाली 27 अक्टूबर को है. इस हिंदू त्योहार को दुनियाभर में मनाया जाता है. 5 दिनों तक मनाया जाने वाला यह पर्व धनतेरस से शुरू होता है और नरक चतुर्थी या छोटी दिवाली, गोवर्धन पूजा (Govardhan Pooja) और फिर भाई दूज (Bhai Dooj) के साथ समाप्त होता है. लेकिन दिवाली के मौके पर अस्थमा (Asthma) से पीडि़त हैं. सांस से जुड़ी समस्याओं से परेशान लोगों के लिए दिवाली की शाम और उसके बाद के कुछ दिन बहुत ही मुश्किल हो सकते हैं. इसकी दो वजहें हैं एक तो दिवाली (Diwali) पर होने वाला प्रदूषण और दूसरा बदलता मौसम. दिवाली (Diwali and Health) जैसे ही और बड़े मौकों जैसे क्रिसमस, ईद और न्यू ईयर पर हर साल जमकर पटाखे चलाए जाते हैं. इनसे धुआं और प्रदूषण (Diwali Pollution) बढ़ जाता है, जो लोगों को खांसी, सांस लेने में दिक्कत या गले के संक्रमण (Throat Infection) जैसी समस्याएं पैदा कर देता है. अस्थमा से परेशान लोगों को तो दिवाली के दौरान बहुत परेशानी झेलनी पड़ती है. तो हम लाएं हैं अस्थमा से परेशान लोगों (Asthma Patient) के लिए दिवाली को वाकई हेप्पी (Happy Diwali) बनाने वाले हेल्थ टिप्स. जानें कि अस्थमा के मरीज कैसे पटाखों और प्रदूषण से बच सकते हैं और दिवाली का लुत्फ उठा सकते हैं-