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National Organ Donation Day 2025: 4 तरीकों से करते हैं अंग दान? जानिए मरने के बाद और पहले कौन से अंग दान कर सकते हैं

हर साल 3 अगस्त को भारत में "नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे" मनाया जाता है, ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन के महत्व के बारे में और अंग दान के 4 प्रकार क्या हैं?

National Organ Donation Day 2025: 4 तरीकों से करते हैं अंग दान? जानिए मरने के बाद और पहले कौन से अंग दान कर सकते हैं
National Organ Donation Day से जुड़ी अहम बातें

National Organ Donation Day India:  भारत में, "नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे" हर साल 3 अगस्त को मनाया जाता है. यह दिन अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को अंगदान करने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मनाया जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हर साल 4 लाख भारतीय अंगदान के इंतजार में अपनी जान गंवा देते हैं. आइए ऐसे में जानते हैं "नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे" के इतिहास के बारे में और अंगदान के 4 प्रकार क्या हैं?

क्या है "नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे" का इतिहास | What is the history of "National Organ Donation Day"

भारत में  "नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे" सर्वप्रथम 27 नवंबर 2010 को मनाया गया था.  हालांकि, 2023 में, भारत में पहले सफल मृतक दाता हृदय प्रत्यारोपण (Deceased Donor Heart Transplant) के उपलक्ष्य में इसकी तारीख को 3 अगस्त कर दिया गया.  बता दें, ये तारीख  3 अगस्त 1994 को बदली थी. ऐसे में तब से लेकर अभी तक इसी तारीख को  "नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे" मनाया जा रहा है.

नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे का क्या है महत्व | What is the significance of National Organ Donation Day

नेशनल ऑर्गन डोनेशन डे हर साल 3 अगस्त को अंग, नेत्र और ऊतक दान के बारे में जागरूकता बढ़ाने और प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है. ताकि लोग समझ सके कि अंग दान कितना जरूरी है जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकती है.

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अंग दान के 4 प्रकार क्या हैं? | What are the 4 types of organ donation?

आम तौर पर अंग दान के दो मुख्य प्रकार होते हैं: जीवित दान और मृतक दान. मृतक दान में किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद अंग दान किया जाता है, जबकि जीवित दान में एक स्वस्थ व्यक्ति किसी जरूरतमंद व्यक्ति को अंग दान करता है. इन श्रेणियों में, दान कैसे होता है और दान किए जाने वाले अंगों के आधार पर काफी अंतर है.

जीवित दान (Living Donation)

एक स्वस्थ व्यक्ति किसी ऐसे व्यक्ति को अंग (या अंग का हिस्सा) दान करता है जिसे प्रत्यारोपण (Transplant) की आवश्यकता होती है. आम तौर पर दान किए जाने वाले अंग: किडनी, लीवर का हिस्सा, फेफड़े का हिस्सा या अग्न्याशय का हिस्सा होता है.

मृतक दान (Deceased Donation)

किसी व्यक्ति को ब्रेन डेड घोषित किए जाने के बाद अंग दान किए जाते हैं, जिसका अर्थ है कि उनके मस्तिष्क को अपरिवर्तनीय क्षति हुई है और वे ठीक नहीं हो सकते. बता दें, मृतक दान में हृदय, फेफड़े, यकृत, गुर्दे, अग्न्याशय जैसे अंग दान के लिए निकाले जाते हैं.

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ऊतक दान (Tissue Donation)

ऊतक दान में कॉर्निया, त्वचा, हड्डी और टेंडन जैसे ऊतकों का दान किया जाता है. इसी के साथ ऊतक का दान जीवित और मृत दोनों दाताओं द्वारा किया जा सकता है.

वैस्कुलराइज्ड कम्पोजिट एलोग्राफ्ट्स (VCA)

त्वचा, हड्डी, मांसपेशियों, रक्त वाहिकाओं, नसों और संयोजी ऊतक सहित ( connective tissue) कई संरचनाओं का प्रत्यारोपण इसमें शामिल किया जाता है. 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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