
Nagkesar Ke Fayde: आयुर्वेद में नाग केसर केवल एक जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि प्रकृति और विज्ञान का अद्भुत संगम है. यह त्वचा की हर जरूरत को पूरा करता है, चाहे वह मुंहासों से छुटकारा पाना हो, लालिमा कम करनी हो, दाग-धब्बे मिटाने हों या त्वचा को पर्यावरणीय क्षति से सुरक्षित रखना हो. त्वचा की देखभाल केवल बाहरी चमक तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अंदर से पोषण और संतुलन चाहती है. आयुर्वेद में वर्णित नाग केसर को विशेष रूप से त्वचा की सेहत और निखार के लिए अमृत समान माना गया है. आधुनिक विज्ञान भी इसके औषधीय और एंटीऑक्सीडेंट गुणों की पुष्टि करता है. यही कारण है कि इसे 'प्रकृति-समर्थित और विज्ञान-अनुमोदित' तत्व कहा जाता है.

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मुंहासों को फैलने से रोकता है
नाग केसर में प्रबल एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो प्रोपियोनिबैक्टीरियम एक्नेस जैसे हानिकारक जीवाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं. नियमित उपयोग से यह त्वचा पर बैक्टीरिया की वृद्धि को रोकता है और मुंहासों को फैलने से बचाता है. त्वचा पर अक्सर प्रदूषण, हार्मोनल असंतुलन या अन्य कारणों से लालिमा और सूजन की समस्या हो जाती है.
त्वचा की जलन करे कम
नाग केसर की एंटी-इंफ्लेमेटरी क्षमता इन समस्याओं को प्राकृतिक रूप से शांत करती है. यह त्वचा की नमी संतुलित करता है और जलन को कम करता है, जिससे चेहरा आरामदायक और मुलायम महसूस होता है.
धब्बे और दाग को करे गायब
वहीं मुंहासों के बाद चेहरे पर काले धब्बे और दाग रह जाते हैं. नाग केसर में मौजूद प्राकृतिक सक्रिय तत्व त्वचा की टोन को संतुलित करते हैं और पिग्मेंटेशन को हल्का करने में सहायता करते हैं. इससे त्वचा धीरे-धीरे समान और चमकदार दिखाई देने लगती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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