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Explainer: ब्रेन फॉग क्या है और क्यों होता है? इसके लक्षण, इलाज और रोकथाम के बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट

What is Brain Fog or Mental Fog: इंटरनेट कनेक्शन अगर ठीक से काम नहीं कर रहा हो तो वीडियो अपलोड या डाउनलोड होने में बफरिंग के दौरान जैसा महसूस होता है, अगर वैसा ही इंसान के दिमाग के साथ हो तो स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.कोई इंसान काम करना चाहे, उसकी क्षमता भी हो, लेकिन वह बिना वजह थका, निराश और अटके होने का अहसास करे तो इस हालत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है.

Explainer: ब्रेन फॉग क्या है और क्यों होता है? इसके लक्षण, इलाज और रोकथाम के बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट
ब्रेन फॉग या मेंटल फॉग क्या है? (What is brain fog or mental fog?)

इंटरनेट कनेक्शन अगर ठीक से काम नहीं कर रहा हो तो वीडियो अपलोड या डाउनलोड होने में बफरिंग के दौरान जैसा महसूस होता है, अगर वैसा ही इंसान के दिमाग के साथ हो तो स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता है.कोई इंसान काम करना चाहे, उसकी क्षमता भी हो, लेकिन वह बिना वजह थका, निराश और अटके होने का अहसास करे तो इस हालत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. मेडिकल साइंस में इसे ब्रेन फॉग या मेंटल फॉग कहा जाता है. आइए, जानते हैं कि ब्रेन फॉग क्या है? यह किन वजहों से होता है? साथ ही एक्सपर्ट डॉक्टर इसके लक्षण, इलाज और रोकथाम के बारे में क्या कहते हैं?

ब्रेन फॉग या मेंटल फॉग क्या है? (What is brain fog or mental fog?)

मेडिकल साइंस के मुताबिक, ब्रेन फॉग या मेंटल फॉग ऐसे कई लक्षणों का एक समूह है. यह किसी इंसान के सोचने, याद रखने और ध्यान केंद्रित करने के तरीके को बिगाड़ देता है. यह लोगों के रोजाना के कामकाज को कर पाने को भी मुश्किलों से भर देता है. इसके पीड़ित सामान्य बातचीत के बीच में ही अपने विचारों की दिशा खो सकते हैं. हालांकि, ब्रेन फॉग अक्सर अस्थायी होता है, लेकिन इसके अनुभव होने की अवधि अलग-अलग हो सकती है. अगर ब्रेन फॉग ठीक होने में ज्यादा समय ले तो निश्चित तौर पर डॉक्टर से मिलना चाहिए.

ब्रेन फॉग के लक्षण कैसे होते हैं? (What are the symptoms of brain fog?)

ब्रेन फॉग के कई लक्षण होते हैं. ये सभी कॉग्निटीव (संज्ञानात्मक) हानि की वजह से सामने आते हैं. इसके चलते स्पष्ट रूप से सोचने, ध्यान केंद्रित करने और याद रखने की क्षमता प्रभावित होती है. ये लक्षण दिमाग को धुंधला कर देते हैं और बातचीत करने, निर्देश सुनने या काम को सिलसिलेवार करने को मुश्किल बना देता है. ब्रेन फॉग के लक्षणों में मानसिक भ्रम और थकान, भूलने की बीमारी, विचारों की दिशा खोना,सही शब्द न बोल पाना, धीमी विचार प्रक्रिया और प्रतिक्रिया देने में ज्यादा समय लगना भी शामिल है.

क्या होते हैं ब्रेन फॉग के संभावित कारण? (What are the possible causes of brain fog?)

एक्सपर्ट का कहना है कि ब्रेन फॉग की हालत आम तौर पर किसी बीमारी के बाद सामने आती है. लंबे समय तक अस्पताल में रहने, कोविड-19 से रिकवरी के बाद, किसी दवा के साइड इफेक्ट या कैंसर के इलाज के दौरान कीमोथेरेपी के चलते भी इसके लक्षण सामने आ सकते हैं. इसके अलावा, ब्रेन फॉग के कई और संभावित कारण होते हैं. इनमें नींद की कमी, ल्यूपस, मल्टीपल स्केलेरोसिस और फाइब्रोमायल्गिया जैसी ऑटोइम्यून बीमारियां, डायबिटीज और हाइपोग्लाइसीमिया, अधिक तनाव, चिंता या अवसाद जैसी मानसिक हालत, एडीएचडी और ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिजीज जैसी न्यूरोडाइवर्जेंट दिक्कतें, महिलाओं में गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति के दौरान हार्मोनल बदलाव और खराब पोषण वगैरह शामिल है.

कोविड-19 के बाद क्यों होता है ब्रेन फॉग? (Why does brain fog occur after Covid-19?)

कुछ रिसर्च से पता चलता है कि लंबी बीमारियों के दौरान कई बार इम्यूनिटी सिस्टम भी मस्तिष्क में सूजन (न्यूरोइन्फ्लेमेशन) पैदा कर सकती है, जो अस्थायी रूप से शरीर के बाकी अंगों के लिए सूचनाओं को सही से प्रोसेस करने को मुश्किल बना देती है या उसमें रुकावट पैदा करती है. वहीं, कोविड-19 के संक्रमण के लक्षणों के ठीक होने के बाद पेट में वायरस के रहने के चलते भी ब्रेन फॉग होता है.क्योंकि कोरोना वायरस पेट के माइक्रोबायोम को बदल देता है. यह शरीर में बनने वाले सेरोटोनिन (एक रासायनिक संदेशवाहक) की मात्रा को कम कर सकता है, जिससे कॉग्निटीव कामकाज प्रभावित होता है और ब्रेन फॉग के लक्षण सामने आने लगते हैं.

ब्रेनफॉग की रोकथाम का तरीका और इलाज क्या है? (What are the prevention and treatment methods for brain fog?)

ब्रेन फॉग के लिए फिलहाल कोई खास इलाज उपलब्ध नहीं है. इसकी रोकथाम और इलाज के लिए मेडिकल प्रोफेशनल्स सबसे पहले प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने और लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह देते हैं.इनमें रात को बेहतर नींद लेने या स्लीपिंग पैटर्न में सुधार, स्वस्थ और पौष्टिक भोजन, रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज, दिमागी कामकाज के दौरान थकान से बचने के लिए लगभग 30 मिनट के छोटे-छोटे ब्रेक लेने के सुझाव शामिल हैं.

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ब्रेन फॉग के मामले में कब दवाई देते हैं डॉक्टर्स? (When do doctors give medicine in case of brain fog?)

ज्यादातर मामले में ब्रेन फॉग से पीड़ित इंसान कुछ दिनों या हफ्तों में ठीक हो जाता है, लेकिन किसी खास मरीज में यह महीनों या सालों तक खींच सकता है. ऐसी गंभीर स्थिति में कुछ खास लक्षणों के इलाज के लिए डॉक्टर्स कॉग्निटीव बिहेवियर थेरेपी अपनाने और एंटीडिप्रेसेंट या नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) जैसी दवा लेने के लिए भी कहते हैं. इसके अलावा, कोविड-19 वैक्सीन लगवाने को भी ब्रेन फॉग के जोखिम को कम करने में फायदेमंद बताया जाता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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